Most expensive player in IPL auction 2026: अब से कुछ घंटे बाद अबू धाबी में आईपीएल 2026 के लिए दोपहर 2.30 बजे से नीलामी शुरू होगी. सभी 10 टीमें 350 खिलाड़ियों पर बोली लगाने के लिए तैयार हैं. सवाल एक ही है कि इस बार सबसे महंगा खिलाड़ी कौन होगा? पिछले 1 महीने से इस सवाल से जुड़ी कई रिपोर्ट मीडिया में आ चुकी हैं. अधिकतर रिपोर्ट में जिस खिलाड़ी का नाम सबसे आगे है, वो कोई और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया टीम के तूफानी ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन हैं. पिछले सीजन चोट के चलते वो आईपीएल से बाहर थे, लेकिन इस बार दमदार कमबैक करने जा रहे हैं.

2 करोड़ की बेस प्राइस के साथ नीलामी में उतर रहे इस खूंखार खिलाड़ी पर करोड़ों की बारिश होना तय माना जा रहा है. खासकर दो बड़ी टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और केकेआर ग्रीन पर पानी की तरह पैसा बहा सकती हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि उनके पास सबसे मोटा पर्स है. दावा तो ये तक किया जा रहा है कि ग्रीन इस मिनी ऑक्शन में ऋषभ पंत के 27 करोड़ वाली सबसे बड़ी बोली का महारिकॉर्ड भी ब्रेक कर सकते हैं. हालांकि एक नियम के चलते उन्हें 18 करोड़ से ज्यादा पैसा नहीं मिलेगा, भले ही उन पर बोली उससे ज्यादा क्यों न लग जाए. ये नियम क्या है और क्यों ग्रीन सबसे महंगे प्लेयर बन सकते हैं, आइए जानते हैं.
क्यों सबसे महंगे खिलाड़ी बन सकते हैं ग्रीन ?

आईपीएल 2026 की मिनी नीलामी में ग्रीन ही सबसे महंगे खिलाड़ी बन सकते हैं. इसके पीछे कोई एक नहीं बल्कि कई वजहे हैं. ये बात समझने के लिए आपको जान लेना चाहिए कि नीलामी में इस बार आंद्रे रसेल, ग्लेन मैक्सवेल और मोईन अली जैसे कई बड़े खिलाड़ी नहीं हैं. यही वजह है कि ग्रीन की काफी डिमांड रहने वाली है. वो गेंद और बल्ले दोनों से किसी भी टीम के लिए एक परफेक्ट ऑलराउंडर का विकल्प देते हैं. चाहे टॉप ऑर्डर में बैटिंग करना हो या फिर मैच फिनिश करने की बारी, ग्रीन हर जगह फिट बैठते हैं. आईपीएल में यह खिलाड़ी खुद को साबित भी कर चुका है. यही वजह है कि उनकी सबसे ज्यादा डिमांड रहने वाली है.
KKR-CSK क्यों लगा सकती हैं दांव?

केकेआर के पास इस बार सबसे बड़ा पर्स 64.30 करोड़ रुपये का है. उसके बाद पैसों के मामले में चेन्नई सुपर किंग्स का नाम है, जिसके पास 43.40 करोड़ रुपये हैं. यही वो दोनों टीमें हैं, जो ग्रीन पर पानी की तरह पैसा बहा सकती हैं. दूसरी टीमों के पास इतना पैसा नहीं है कि वो ग्रीन पर 20 करोड़ अकेले लुटा सकें. केकेआर को आंद्रे रसेल का विकल्प चाहिए, उस जगह ग्रीन फिट बैठते हैं. वहीं चेन्नई की टीम को रवींद्र जडेजा और सैम कुरेन की जगह भरनी है. दोनों टीमें ग्रीन के लिए भिड़ सकती हैं. कहा तो यहां तक जा रहा है कि उन पर 20 करोड़ से ज्यादा की बोली लग सकती है. यहां तक कि ऋषभ पंत का 27 करोड़ वाला रिकॉर्ड भी टूट जाएगा.
रिकॉर्ड बोली के बाद भी ग्रीन को 18 करोड़ से ज्यादा क्यों नहीं मिलेंगे?

भले ही कैमरून ग्रीन पर 20 करोड़ से ज्यादा की बोली लग जाए, लेकिन उनके हाथ 18 करोड़ से ज्यादा नहीं लगेंगे. ये सब कुछ एक नियम के तहत होगा. जी हां, IPL का “मैक्सिमम-फीस रूल” कहता है कि मिनी ऑक्शन में किसी विदेशी खिलाड़ी को सीजन के लिए अधिकतम 18 करोड़ रुपये ही सैलरी मिल सकती है. मतलब ये कि अगर कैमरून ग्रीन पर 25 या 27 करोड़ से भी ज्यादा की बोली लगती है, तब भी उन्हें टीम से केवल 18 करोड़ रुपये ही मिलेंगे. बाकी रकम टीम के कुल पर्स से कटेगी, लेकिन खिलाड़ी की सैलरी नहीं मानी जाएगी. उदाहरण के लिए मान लीजिए कि अगर कोई भी टीम किसी विदेशी खिलाड़ी को 20 करोड़ रुपये में खरीदती है, तो उस प्लेयर को अधिक से अधिक 18 करोड़ रुपये ही मिलेंगे. ऐसे में बीसीसीआई बचे हुए दो करोड़ रुपये को खिलाड़ियों के कल्याण में लगाएगा. जो टीम खिलाड़ी पर इतनी बड़ी बोली लगाएगी, उसे पूरा पैसा लगेगा.
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H



