पटना। बिहार में ठंड लगातार तेज होती जा रही है और लोगों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। राज्य का न्यूनतम तापमान अब 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में सर्दी और ज्यादा बढ़ने वाली है। खासकर पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के इलाकों में ठंडी पछुआ हवाएं लोगों को अधिक ठिठुरन का एहसास कराएंगी।

कोल्ड वेव जैसे हालात बनेंगे

मौसम विभाग ने बताया है कि पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी बिहार के कुछ हिस्सों में हवा की रफ्तार 30 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। 22 दिसंबर के बाद राज्य में कोल्ड वेव जैसे हालात बनने की संभावना है। बक्सर, भोजपुर, कैमूर, रोहतास और औरंगाबाद जिलों में तेज ठंडी हवाएं चलने का अनुमान है जिससे फील लाइक टेंपरेचर यानी महसूस होने वाली ठंड वास्तविक तापमान से कहीं ज्यादा होगी।

भागलपुर राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा

बीते 24 घंटे में पटना, बक्सर, सासाराम, छपरा और बेतिया समेत कई जिलों में कोहरा देखने को मिला। बक्सर में विजिबिलिटी घटकर मात्र 20 मीटर रह गई जिसके कारण सोमवार सुबह एक कार और ट्रक की टक्कर हो गई। न्यूनतम तापमान की बात करें तो 9.9 डिग्री सेल्सियस के साथ भागलपुर राज्य का सबसे ठंडा जिला रहा जबकि पटना में न्यूनतम तापमान करीब 14 डिग्री दर्ज किया गया।

रात का तापमान तेजी से नीचे जाएगा

मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 7 दिनों में सुबह और शाम के समय तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है। खासतौर पर रात का तापमान तेजी से नीचे जाएगा। कई जिलों में घने कोहरे की संभावना है जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।

ठंड से राहत नहीं मिलेगी

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर बिहार तक पहुंच रहा है। हिमालय से आ रही ठंडी और शुष्क हवाएं तापमान को नीचे ला रही हैं। 22 दिसंबर के बाद राज्य के कुछ हिस्सों में दिन के समय भी ठंड से राहत नहीं मिलेगी। पटना समेत कई जिलों में सर्दी का असर और बढ़ने के आसार हैं।