नई दिल्ली। अमेरिका ने पाकिस्तान को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है. अमेरिका ने पाकिस्तान के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक हबीब बैंक को न्यूयार्क स्थित उसकी ब्रांच को बंद करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही न्यूयार्क वित्तीय विभाग(डीएफएस) ने बैंक पर नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में तकरीबन 14370 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है. दरअसल यूएस प्रशासन ने यह कार्रवाई बैंक पर टेरर फंडिंग की वजह से की है.

डीएफएस ने पिछले महीने कहा था कि वह हबीब बैंक पर करीब 40 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने पर विचार कर रही है. लीगल फाइलिंग में डीएफएस ने आरोप लगाया है कि बैंक एंटी मनी लॉन्ड्र‍िंग मामलों में नियमों को फॉलो करने में फेल हुआ है. हबीब बैंक की अमेरिका में यह एकमात्र ब्रांच थी.

हबीब बैंक (एचबीएल) इस मामले में सेटलमेंट के लिए तैयार हो गया है. सेटलमेंट के तहत वह जुर्माने की रकम का एक हिस्सा ही भरेगा. इसके साथ ही वह न्यूयॉर्क स्थित अपनी ब्रांच को कुछ शर्तों के साथ बंद कर देगा.

आपको बता दें कि 2016 से  डीएफएस ने बैंक के रिस्क मैनेजमेंट का रिव्यू किया. जिसमें सामने आया कि बैंक ने हजारों ट्रांजैक्शन की सही तरीके से जांच नहीं की. बैंक ने कई अपराधियों और प्रतिबंधित संस्थाओं के ट्रांजैक्शंस को बिना जांच के ही पास कर दिया.

खबरों के मुताबिक डीएफएस की एक अधिकारी ने बताया कि बैंक को कई बार अपनी गलती सुधारने का मौका दिया गया, लेकिन बैंक ने इसमें लापरवाही बरती. उसकी तरफ से इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने साफ किया कि यूएस में ब्रांच बंद कर देने से हबीब बैंक की परेशानी खत्म नहीं हो जाएगी. अधिकारी ने साफ किया कि एचबीएल को अपनी लापरवाही के लिए पूरी कीमत चुकानी होगी.