पटना। इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 के ऑक्शन में एक बार फिर बिहारी क्रिकेटरों ने अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है। मंगलवार को अबू धाबी में आयोजित इस मेगा ऑक्शन में बिहार के चार खिलाड़ियों पर फ्रेंचाइजियों ने बोली लगाई, जबकि तीन खिलाड़ियों को उनकी टीमों ने पहले ही रिटेन कर लिया था। इस तरह IPL 2026 के सीजन में पहली बार बिहार के कुल सात खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे, जो राज्य के क्रिकेट इतिहास के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

8 करोड़ रुपये में खरीदा था

इस ऑक्शन में रोहतास जिले के तेज गेंदबाज आकाश दीप को कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने 1 करोड़ रुपये में खरीदा। शुरुआती राउंड में आकाश दीप को कोई खरीदार नहीं मिला था, लेकिन एक्सीलरेटेड राउंड में KKR ने उन्हें उनके बेस प्राइस पर अपनी टीम में शामिल कर लिया। उल्लेखनीय है कि पिछले सीजन में लखनऊ सुपर जायंट्स ने आकाश दीप को 8 करोड़ रुपये में खरीदा था।

सार्थक रंजन पर भी भरोसा जताया

KKR ने ही पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन पर भी भरोसा जताया और उन्हें 30 लाख रुपये में खरीदा। सार्थक पहली बार IPL ऑक्शन का हिस्सा बने हैं। वह घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए रणजी ट्रॉफी खेलते हैं और युवा खिलाड़ियों में उन्हें एक उभरते टैलेंट के तौर पर देखा जा रहा है।

ये खिलाड़ी भी टीम में शामिल

इसके अलावा गोपालगंज के तेज गेंदबाज साकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद ने 30 लाख रुपये में खरीदा, जबकि सुपौल जिले के मोहम्मद इजहार को मुंबई इंडियंस ने 30 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है। वहीं, सनराइजर्स हैदराबाद ने ईशान किशन को, दिल्ली कैपिटल्स ने मुकेश कुमार को और राजस्थान रॉयल्स ने वैभव सूर्यवंशी को पहले ही रिटेन कर लिया है। IPL 2026 के लिए नीलामी में शामिल कुल 350 खिलाड़ियों में से बिहार के सात खिलाड़ियों का चुना जाना राज्य के लिए गर्व की बात है।

भाई का भी निधन हो गया

आकाश दीप का सफर संघर्षों से भरा रहा है। 27 वर्षीय आकाश ने 16 साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था और महज छह महीने बाद उनके भाई का भी निधन हो गया। पारिवारिक जिम्मेदारियों के बावजूद उन्होंने क्रिकेट को नहीं छोड़ा। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन पर लगे बैन के कारण उन्हें अपने राज्य से बाहर जाना पड़ा और वह बहन के साथ दिल्ली चले गए। इसके बाद उन्होंने बंगाल में क्लब क्रिकेट खेला और घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व किया।आकाश दीप के पिता शारीरिक शिक्षक थे, जबकि उनकी मां लड्डूमा देवी गृहिणी हैं। खेती-किसानी से जुड़े परिवार से निकलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और IPL तक का उनका सफर आज हजारों युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन चुका है।