Rajasthan News: जयपुर। भीलवाड़ा संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने मंगलवार को राजस्थान के भीलवाड़ा से सांसद दामोदर अग्रवाल द्वारा पूछे गए प्रश्न के उत्तर में विकसित कृषि संकल्प अभियान की उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी सदन में रखी. मंत्री ने बताया कि यह अभियान देशभर में किसानों को आधुनिक, संतुलित और वैज्ञानिक कृषि तकनीकों से जोड़ने की दिशा में एक प्रभावी पहल साबित हुआ है.

34 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चल रहा अभियान
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से देशभर में इस अभियान के तहत 2170 टीमों द्वारा 7970 कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें 728 जिलों के 1.40 लाख से अधिक गांवों से जुड़े 1.35 करोड़ से अधिक किसानों ने भागीदारी की. इनमें लगभग 95.07 लाख पुरुष किसान और करीब 40 लाख महिला किसान शामिल रहीं. यह अभियान 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कृषि एवं उससे जुड़ी आर्थिक गतिविधियों पर केंद्रित रहा, जिससे जमीनी स्तर पर किसानों की वास्तविक जरूरतों के अनुसार सरकारी सहायता सुनिश्चित की गई. अभियान का राजस्थान में विशेष तौर पर क्रियान्वयन : केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने विशेष रूप से राजस्थान का उल्लेख करते हुए बताया कि राज्य में किसानों तक नवीन और उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी पहुंचाने के लिए 103 टीमों के माध्यम से 3641 कार्यक्रम संचालित किए गए.
इन कार्यक्रमों के जरिए 41 जिलों के 7349 गांवों में 8.9 लाख से अधिक किसानों तक सीधी पहुंच बनाई गई जिनमें 619 लाख पुरुष और 190 लाख महिला किसान शामिल रहे. अभियान का मुख्य उद्देश्य खरीफ मौसम के लिए संतुलित, उन्नत एवं आधुनिक कृषि तकनीकों के प्रति किसानों को जागरूक करना रहा. किसानों की मांग और जरूरत के अनुसार सहायता प्रदान किए जाने के कारण राजस्थान इस अभियान में देश में चौथे स्थान पर रहा, जो राज्य में इसके प्रभावी क्रियान्वयन को दर्शाता है. भीलवाड़ा जिले की जानकारी साझा करते हुए भागीरथ चौधरी ने बताया कि यहां दो टीमों द्वारा 90 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें 22,883 किसानों ने भाग लिया.
अभियान के अंतर्गत देशभर में बड़ी संख्या में किसानों को सम्मानित किया गया तथा एफपीओ, कृषि उद्यमियों, नवाचारकर्ताओं और स्वयं सहायता समूहों को जोड़ा गया, जिससे कृषि कल्याणकारी योजनाओं और सरकारी सहायता की सीधी पहुंच किसानों तक सुनिश्चित हुई. इससे संस्थागत सुदृढ़ता के साथ-साथ तकनीकी नवाचार को भी बढ़ावा मिला है. तमिलनाडु में खेती किसानी की मजबूती के लिए बेहतर काम इसके साथ ही केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने तमिलनाडु से आने वाले सांसद गणों की ओर से पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में आईसीएआर एवं उसके अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा वहां किए जा रहे उत्कृष्ट कार्यों की भी जानकारी दी.
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