गयाजी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गयाजी में एक अहम कार्यशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने संवाद वाटिका, नक्षत्र वन, ब्रह्मयोनि सरोवर के पुनर्जीवन, उन्नत पुस्तकालय, मोटर ड्राइविंग स्कूल और नव-स्थापित स्पेस गैलरी का शिलान्यास भी किया। यह आयोजन बिहार के प्रशासनिक भविष्य की दिशा तय करने वाले दो दिवसीय उच्चस्तरीय विमर्श मंथन-2025 का हिस्सा है जो बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) में आयोजित किया जा रहा है।
यह कार्यशाला 18 दिसंबर तक चलेगी
बिपार्ड द्वारा आयोजित यह कार्यशाला 18 दिसंबर तक चलेगी। कार्यक्रम में राज्य के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी सभी जिलों के जिलाधिकारी और प्रमंडलीय आयुक्त मौजूद हैं। दो दिनों तक चलने वाले इस विमर्श का मुख्य उद्देश्य जिला-केंद्रित शासन प्रणाली को और अधिक सशक्त बनाना है। मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए गया शहर में विशेष ट्रैफिक प्लान भी लागू किया गया है, जो आज प्रभावी रहेगा।
अधिकारी अपने अनुभव साझा कर रहे हैं
मंथन-2025 का मकसद केवल नीतिगत चर्चा तक सीमित नहीं है बल्कि नीति और जमीनी क्रियान्वयन के बीच की खाई को पाटना है। कार्यशाला के माध्यम से जिलों में बेहतर निर्णय लेने योजनाओं को तेज़ी से लागू करने और अधिकारियों की निर्णय क्षमता व प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इस दौरान अधिकारी अपने अनुभव साझा कर रहे हैं।
कई सत्र आयोजित किए गए जगाएंगे
कार्यशाला में उत्तरदायी शासन, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, शहरी विकास की चुनौतियां प्रभावी प्रशासन के लिए विधिक ढांचा और लोक-निजी भागीदारी जैसे अहम विषयों पर सत्र आयोजित किए गए हैं। विषय विशेषज्ञों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिलों की नवाचारी पहलों को भी प्रस्तुत किया जाएगा ताकि सफल मॉडलों को अन्य जिलों में अपनाया जा सके।
सम्राट चौधरी लेंगे हिस्सा
अधिकारियों का मानना है कि मंथन-2025 से प्रशासनिक कार्यप्रणाली अधिक सशक्त होगी कानूनी समझ बढ़ेगी और निर्णयों की गुणवत्ता में सुधार आएगा। कार्यशाला का समापन 18 दिसंबर को उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के संबोधन के साथ होगा।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें



