राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। MP Assembly Special Session: मध्य प्रदेश के विधानसभा का विशेष सत्र हंगामेदार रहा। इस दौरान विपक्ष ने सतना में बच्चों को HIV संक्रमित खून चढाने का मुद्दा उठाया। उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने स्वास्थ्य मंत्री पर हत्या का मामला दर्ज कर बर्खास्त करने की मांग की। 

हेमंत कटारे ने की स्वास्थय मंत्री के इस्तीफे की मांग

रक्तदान से बच्चो को एचआईवी होने और लगातार आकड़े बढ़ने की घटना को हेमंत कटारे ने बेहद गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि संक्रमित ब्लड बच्चो को चढ़ा दिया गया, जिससे बच्चे एचआईवी के शिकार हो रहे हैं। इससे शर्मनाक और दुखद कुछ हो नहीं सकते। डॉक्टर, सीएमएचओ और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ 307 का मामला दर्ज होना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफ़ा दे देना चाहिए नहीं तो सीएम को बर्खास्त करना चाहिए। 

पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग 

हेमंत कटारे ने प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग की। उन्होंने कहा कि माफिया पत्रकारों पर हमला कर देते हैं। वरिष्ठ नेताओं पर भी हमले हो जाते हैं। सुरक्षित एमपी का संकल्प लाया जाए। 

आबादी बढ़ी, जमीन उतनी ही

मंत्री प्रह्लाद पटेल ने सदन में बढ़ती जनसंख्या की वजह से पर्याप्त जमीन की चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जमीन उतनी ही है, आबादी बढ़ती जा रही है, इसकी चिंता भी सदन की है। विकास के मॉडल के बारे में हमको सोचना ही होगा। आज पीएम सड़क योजना का चौथा चरण चल रहा है। इस सरकार ने बसाहट की परिभाषा स्थपित की है। जिस जगह 100 लोग रहते होंगे 20 घर होंगे वो बसाहट में आता है। उस बसाहट को मुख्यमंत्री सड़क से जोड़ा जाएगा। 

नर्मदा किनारे बनेगा आश्रय स्थल

मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बताया कि नर्मदा किनारे 20 से 25 किलोमीटर के बीच आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। परिक्रमा वासियों को कोई परेशानी न हो, उसका ख्याल रखा जा रहा है। अगले तीन साल में 30 हजार किलोमीटर सड़क का निर्माण होगा। 1766 क्षतिग्रस्त पुल का सुधार अगले 3 साल में होगा। शमशान की भूमि पर कब्जा हटाया जाएगा। प्रदेश के सभी शमशान घाटों को 2026 दिसंबर तक सड़क से जोड़ा जाएगा। पौधे लगे तो वो सुरक्षित रहे, इस पर काम किया जा रहा है। लखपति दीदी की खूब चर्चा होती है। प्रदेश में 11 लाख से ज्यादा परिवार चयनित किए हैं जो लखपति दीदी के श्रेणी में है।

कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय-कमलनाथ के काम को सराहा

संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि एमपी की विधानसभा को देश की सर्वश्रेष्ठ विधानसभा बताया। उन्होंने कहा कि हरिसिंह गौर ने जनभागीदारी का सबसे पहला उदाहरण पेश किया। आज चर्चा में आलोचना का स्थान नहीं होना चाहिए। 1956 में प्रति व्यक्ति आय 261 रु थी। आज 1 लाख 5 हजार है। 2047 तक 22 लाख तक ले जाने का लक्ष्य है। 

1956 में विधानसभा का बजट 493 करोड़, आज 4 लाख 21 हजार करोड़

उन्होंने आगे बताया कि 1956 में विधानसभा का बजट 493 करोड़ था, लेकिन आज 4 लाख 21 हजार करोड़ है। 2047 तक 20 लाख हजार करोड़ तक हो जाएगा। धर्मातंरण रोकने वाला दूसरा राज्य एमपी था। तत्कालीन CM रविशंकर शुक्ल ने कानून बनाया था। वल्लभ भवन, गांधी सागर और चम्बल परियोजना कैलाश नाथ काटजू की देन है। इसके बाद चाणक्य युग की शुरुआत हुई। उन्होंने डीपी मिश्र को चाणक्य बताते हुए कहा कि एमपी में विश्वविद्यालय डीपी मिश्र की देन है। उस समय देश की हर समस्या पर राय लेने दिल्ली से नेता आते थे। हास्य विनोद के पल भी विधानसभा में दिखे। गोविंद नारायण सिंह ने नोटशीट को लेकर विशेष प्रयास किए। 

किसके राज में कौन से बड़े निर्णय हुए

उन्होंने जानकारी दी कि राजा नरेश चन्द्र सिंह 13 दिन CM रहे। श्यामाचरण शुक्ल सबसे युवा CM बने। उस समय बड़े क्रन्तिकारी निर्णय हुए। भोपाल के विकास में श्यामचरण की महत्वपूर्ण भूमिका थी। मास्टर प्लान की शुरुआत उन्होंने की। प्रकाश चन्द्र सेठी लॉ एंड ऑर्डर के नाम से जाने जाते थे। जबरदस्त प्रशासनिक क्षमता थी। एमपी में डाकुओ के अंत की शुरुआत सेठी जी ने और खत्म शिवराज ने किया। कैलाश जोशी राजनीतिक संत कहलाते थे, उन्होंने ग्रामीण व्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।  

वीरेंद्र सकलेचा को दिया नर्मदा विकास का श्रेय

वीरेंद्र सकलेचा को नर्मदा विकास का श्रेय जाता है। अर्जुन सिंह चाणक्य राजनेता थे। चुनाव में प्रशासनिक अधिकारियो का किस तरह उपयोग किया जाता है ये अर्जुन सिंह ने बताया था। विधानसभा भवन की कल्पना, पीथमपुर विकास, ऑटोमोबाइल, भारत भवन ये सोच अर्जुन सिंह की थी। अर्जुन सिंह की सोच वामपंथी थी। उस समय कांग्रेस की सोच भी यही थी। मोतीलाल वोरा मेहनती CM थे। 

IIM और IIT के लिए दिग्विजय सिंह की तारीफ

कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह की महिमा अपरंपार है। मैं कसम खा कर आया। कई परियोजनाओं में दिग्विजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका थी। IIM और IIT में पटवा जी और दिग्विजय सिंह का योगदान था। सुंदरलाल पटवा बड़ी प्रशासनिक क्षमता के धनी थे। लॉ एंड ऑर्डर, अतिक्रमण हटाने का काम पटवा और बाबूलाल जी की जोड़ी ने किया। सामाजिक सौजन्यता का उदाहरण पटवा जी ने दिया। राजनैतिक सौजन्यता का उदाहरण दिग्विजयसिंह ने दिया। वीआईपी रोड उन्नत करने का काम बाबूलाल गौर ने किया। 

उमा भारती के राज में बिछा सड़कों का जाल

उन्होंने आगे कहा कि उमाभारती ने प्रदेश में सड़कों का जाल बिछाया। उन्होंने हरसूद का विस्थापन करवाया। निर्णय करने में उमा जी का कोई सानी नहीं। शिवराज सिंह ने इतिहास रचा। आज पूरा देश जिन योजनाओ की नकल कर रहा. वे सभी योजना शिवराज जी ने शुरू कीं। कृषि कर्मण 7 बार अवार्ड मिले। महाकाल लोक उनकी देन है। कमलनाथ की प्रशासनिक क्षमता अच्छी है। मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश आगे बढ़ रहा है। औद्योगिक क्रांति कृषि क्रांति, GYAN, निवेश, गौ सेवा सरंक्षण पर महत्वपूर्ण काम किया। सेंट्रल विस्टा भोपाल, रामवनगमन पथ, श्री कृष्ण पाथेय, लैंड पुलिंग एक्ट वापस लेने जैसे फैसले मोहन यादव ने किए। 

 8 करोड़ जनता के विकास की जिम्मेदारी 230 सदस्यों 

नगरीय विकास में एमपी में महत्वपूर्ण काम किए। स्वच्छता में मप्र में विशेष कार्य हुए। इंदौर ने 1 दिन में 12 लाख 40 हजार पेड़ लगाए और आज भी पूरे पेड़ जीवित हैं। एमपी आर्थिक शक्ति बनकर उभरी है। समावेशी विकास कार्य की दिशा में मप्र चल पड़ी है। 8 करोड़ जनता के विकास की जिम्मेदारी 230 सदस्यों की है। चाल, चरित्र, चेहरा, आचरण ये सब देखते हैं। जनता सब देखती है। अमित शाह संकल्प के धनी हैं, नक्सलवाद तारीख देकर खत्म किया। AI सकारात्मक और नकारात्मक  दोनों है। AI की सकारात्मकता कैसे कर सकते हैं, इस पर सभी को विचार करना चाहिए।

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