अमर मंडल,पखांजुर। देश के प्रथम नागरिक राष्ट्रपति का पद गौरव का होता है. राष्ट्रपति की तस्वीर सम्मानजनक तरीके से सरकारी दफ्तरों, स्कूलों या कॉलेजों में लगाई जाती है. लेकिन इसके ठीक उलट छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के पखांजुर से जो तस्वीरें सामने आई है वो हैरान करने वाली है.
दरअसल कोयलीबेड़ा खण्ड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही के चलते देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की कार्यालय में ही कचरे की ढेर में मिली है. वो एक दो नहीं बल्कि करीब 500 से 600 की संख्या में पड़ी हुई है. अब इसे शिक्षा अधिकारी की लापरवाही कहे की अनदेखी. जो भी हो राष्ट्रपति की गरिमा का अपमान तो हुआ है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की इन तस्वीरों को छत्तीसगढ़ पाठ्यपुस्तक निगम ने जिले के सभी स्कूलों में लगाने का आदेश दिया था. लेकिन इन तस्वीरों को स्कूलों में पहुंचाने की खण्ड शिक्षा अधिकारी के के यादव ने जहमत नहीं उठाई. आदेश की अनदेखी की वजह से राष्ट्रपति के तस्वीरें स्कूलों में नहीं पहुंची और खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में ही कबाड़ में तब्दील हो गई.
खण्ड शिक्षा अधिकारी के के यादव से जब बातचीत की गई तो वो घोलमोल जवाब देने लगे. उनका कहना है कि उन्हें पता ही नहीं है कि कब ये तस्वीरें कार्यालय में लाई गई है. मामले की जांच करवाई जाएगी.