दिनेश कुमार द्विवेदी, मनेन्द्रगढ़। मनेन्द्रगढ़ में वन विभाग ने भालुओं के रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता हासिल की है। करीब 2 महीने से क्षेत्र में घूम रहे मादा भालू और उसके शावकों को आखिरकार पकड़ लिया और उन्हें सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया है। रिहायशी इलाके में घूमने के दौरान भालुओं ने करीब 4 लोगों पर हमला भी हुआ था, जिससे इलाके में दहशत का माहौल बन गया था।


वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में पहले दो शावक कैद किए गए। शावकों के पकड़े जाने के बाद मादा भालू रिहायशी इलाके में पहुंच गई। उसके आक्रामक होने की आशंका के चलते पूरे क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया। वहीं आज मादा भालू कॉलेज परिसर के नीचे तक पहुंच गई थी और लगातार दहाड़ रही थी।

इस बीच एहतियातन हसदेव इन होटल के पास सड़क को वनवे कर दिया गया और आम नागरिकों को घरों में रहने की सलाह दी गई। इसके साथ ही वन विभाग की टीम लगातार मौके पर निगरानी कर रही थी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कानन पेंडारी से विशेषज्ञ टीम को बुलाया गया। जिसके बाद वन मंडल अधिकारी मनीष कश्यप की निगरानी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और कड़ी मशक्कत के बाद मादा भालू को भी सुरक्षित पकड़ लिया गया।
इससे पहले आज सुबह दोनों शावकों को पिंजरे में कैद किया गया था। वन विभाग की विशेषज्ञ टीम और वन मंडल अधिकारी की सूझबूझ से यह अभियान सफल रहा।
रेस्क्यू पूरा होने के बाद मादा भालू और उसके दोनों शावकों को चपलीपानी के घने जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। इस दौरान वन विभाग की सतर्कता और सूझबूझ से लोगों को किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।
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