रायपुर। खुद को सीएम का ओएसडी बताकर धमकी देने वाले आरोपी अखिलेश सिंह को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। प्रार्थी खमतराई निवासी चिंतामणी पंडा ने सिविल लाइन थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसे गंभीरता से लेते हुए एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और सिविल लाइन पुलिस ने चंद घंटों में मोबाइल नंबर का तकनीकी विश्लेषण कर आरोपी को धरदबोचा। पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।

प्रार्थी चिंतामणी ने अपनी शिकायत में बताया था कि पारिवारिक विवाद कारण वह अपनी पत्नी से कुछ दिनों से अलग रह रहा है। 15 दिसंबर 2025 को लोधीपारा चौक के पास दोपहर में मोबाइल नंबर के अज्ञात धारक ने फोन कर स्वयं को सीएम का ओएसडी रवि मिश्रा बताया और कहा कि तुम अपनी पत्नी से आपसी सुलह हो जाओ नहीं तो तुम्हारी पत्नी से उच्च अधिकारियों के पास शिकायत कराकर सबक सिखा दूंगा।

प्रार्थी की रिपोर्ट पर मोबाइल नंबर के अज्ञात धारक के विरूद्ध थाना सिविल लाइन में अपराध पंजीबद्ध किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और सिविल लाइन पुलिस की संयुक्त टीम ने घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ की। टीम ने जिस मोबाइल नंबर से प्रार्थी के मोबाइल फोन में फोन आया था उसका तकनीकी विश्लेषण किया। मोबाइल धारक की पहचान विशाल नगर तेलीबांधा निवासी अखिलेश सिंह के रूप में की और पतासाजी कर उसे पकड़ा।

पूछताछ में आरोपी अखिलेश सिंह ने बताया कि प्रार्थी की पत्नी उसकी मुंहबोली बहन है। दोनों पति-पत्नी आपस में सुलह होकर पुनः एक साथ रहें, इसलिए उसने स्वयं को सीएम साहब का ओएसडी रवि मिश्रा होना बताकर प्रार्थी को धमकी दी थी। पुलिस ने आरोपी अखिलेश मिश्रा को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन जब्त कर आगे की कार्रवाई की।