अशोक कुमार जायसवाल, चंदौली. सदर कोतवाली में उस समय भारी हंगामा हो गया, जब एक निजी अस्पताल के चिकित्सक और उनके सैकड़ों समर्थकों ने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया. मामला राज्य महिला आयोग की सदस्य सुनीता श्रीवास्तव पर बदतमीजी और गाली-गलौज के आरोप से जुड़ा है. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि महिला आयोग सदस्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. देर रात तक चले इस हंगामे के दौरान स्थिति तनावपूर्ण बनी रही. भीड़ में शामिल कुछ लोगों द्वारा सीओ और कोतवाल से धक्का-मुक्की किए जाने का भी आरोप है.
बताया जा रहा है कि सुनीता श्रीवास्तव महिलाओं की स्थिति की जानकारी लेने के लिए चंदौली के केजी नंदा हॉस्पिटल पहुंची थीं. आरोप है कि इसी दौरान अस्पताल के चिकित्सक डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी से विवाद हुआ. विदित हो कि चिकित्सक खुद को बांझपन रोग विशेषज्ञ बताते हैं, जबकि उनकी शैक्षणिक डिग्री बीएमएस बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर प्रचार के बाद अस्पताल में देश-विदेश से मरीजों का जत्था पहुंचता है. मरीज इस जाड़े के मौसम में भी कई दिनों तक अपने नंबर का इंतजार करते हैं.
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प्रदर्शन के दौरान महिला मरीजों ने भी अपनी बातें रखीं. पूरे घटनाक्रम पर पुलिस प्रशासन का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और विधिक कार्रवाई की जाएगी. सीओ सदर देवेंद्र कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, कानून के अनुसार कार्रवाई होगी. फिलहाल पूरे प्रकरण में पुलिस प्रदर्शनकारियों के आगे नतमस्तक दिखी और हंगामे की सूचना पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों का जमावड़ा भी देखने को नजर आया. वहीं चिकित्सक ने मीडिया संबोधन में अपना पक्ष रखते हुए राज्य महिला आयोग सदस्य के ऊपर आरोप लगाते हुए मरीजों से प्रकरण की तकसीद की बात कही. हालांकि देखना लाजिमी होगा कि पुलिस अब इस मामले को किस प्रकार हैंडल करती है.
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