रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. शहर में एक बार फिर चिकित्सकीय लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है. जेल रोड स्थित विवादास्पद अवध हॉस्पिटल (नर्सिंग होम) में किडनी स्टोन के ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की कथित गलती से 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने एक साथ दो ऑपरेशन कर दिए, जिससे मरीज की हालत बिगड़ गई और लखनऊ रेफर करने के दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.

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परिजन शिवाकांत शुक्ला ने बताया कि युवक को किडनी में पथरी की शिकायत थी और ऑपरेशन के लिए अवध हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. लेकिन डॉक्टरों ने लापरवाही से एक साथ दो सर्जरी कर दीं, जिससे हालत गंभीर हो गई. अस्पताल ने मरीज को लखनऊ रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही युवक ने दम तोड़ दिया. मौत की खबर गांव और आसपास फैलते ही सैकड़ों ग्रामीण और परिजन आक्रोशित हो उठे. उन्होंने युवक का शव जेल रोड पर रखकर सड़क जाम कर दिया. प्रदर्शनकारियों ने हॉस्पिटल को सील करने, दोषी डॉक्टरों की तत्काल गिरफ्तारी और उचित मुआवजे की मांग की.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पहले भी कई लापरवाही की घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके बावजूद मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय ने दूसरे नाम से लाइसेंस जारी कर दिया. लोगों ने इसे “मौत का अस्पताल” तक करार दिया है. मौके पर क्षेत्राधिकारी नगर, कोतवाली पुलिस और अतिरिक्त बल पहुंचा. पुलिस ने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी कार्रवाई होने तक जाम हटाने को तैयार नहीं हुए. प्रशासन ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है और पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. नोडल अधिकारी डॉ अंबिका प्रसाद ने नोटिस चस्पा कर दिया है.