पटना। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के हालिया बयान को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने कड़ा ऐतराज जताया है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मांझी के बयान से अब यह पूरी तरह साफ हो गया है कि बिहार में चुनाव किस तरह जीते गए और किस प्रकार वोटों की चोरी हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र की मूल भावना को कमजोर किया गया है और जनता के मताधिकार के साथ खिलवाड़ हुआ है। एजाज अहमद ने कहा कि सत्ता पक्ष के नेताओं के बयान खुद उनकी सच्चाई उजागर कर रहे हैं और इससे चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। 220 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद जहां एनडीए जश्न में है वहीं विपक्ष लगातार चुनाव में धांधली वोट चोरी और प्रशासनिक मिलीभगत के आरोप लगा रहा है। इसी बीच गया से केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के संरक्षक जीतनराम मांझी का एक वीडियो सामने आने के बाद विवाद और गहरा गया है।

मंच से दिया गया बयान बना विवाद की वजह

वायरल वीडियो में जीतनराम मांझी एक सार्वजनिक मंच से मगही भाषा में बोलते नजर आ रहे हैं। वे दावा करते सुनाई दे रहे हैं कि वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में एक सीट पर उनकी पार्टी 2700 वोटों से हार रही थी लेकिन जिला प्रशासन से बात होने के बाद वही सीट जीत में बदल गई। इस दौरान वे तत्कालीन गया जिलाधिकारी अभिषेक सिंह का नाम भी लेते हैं, जो 2006 बैच के IAS अधिकारी रहे और बाद में त्रिपुरा कैडर में सेवा देने के बाद 2023 में इस्तीफा दे चुके हैं।

2025 की हार का भी किया जिक्र

अपने भाषण में मांझी ने 2025 के चुनाव का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इस बार पार्टी प्रत्याशी मात्र 1600 वोटों से हार गए लेकिन समय पर कोई जानकारी नहीं दी गई। अगर पहले बताया जाता तो शायद परिणाम कुछ और हो सकता था। बताया जा रहा है कि यह बयान टेकारी विधानसभा सीट से HAM उम्मीदवार अनिल कुमार की हार को लेकर था।

विपक्ष का हमला

इस वीडियो के सामने आने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। RJD ने सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करते हुए चुनाव आयोग सरकार और प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठाए। कांग्रेस ने भी इसे वोट चोरी का कबूलनामा करार देते हुए कहा कि जब नतीजे संपर्क से बदलते हों तो लोकतंत्र का क्या अर्थ रह जाता है।

मांझी का पलटवार: वीडियो से छेड़छाड़ का आरोप

विवाद बढ़ने पर जीतनराम मांझी ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो से छेड़छाड़ की गई है और उनके बयान को गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है। यह वीडियो बाराचट्टी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक सम्मान समारोह का बताया जा रहा है।

बीजेपी ने मामले में मांझी का बचाव किया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से हुए हैं और एक भी वोट की गड़बड़ी नहीं हुई। उनके अनुसार मांझी ने गिनती की प्रक्रिया को लेकर बात की थी न कि किसी अवैध हस्तक्षेप की।