अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप(Donald Trump) ने एक बार फिर टैरिफ और टैक्स को लेकर बड़ा बयान दिया है। नॉर्थ कैरोलिना में अपने संबोधन के दौरान ट्रंप ने मजाकिया अंदाज में कहा कि पहले ‘टैरिफ’ उनका पसंदीदा शब्द था, लेकिन अब वह इसे अपना पांचवां पसंदीदा शब्द मानते हैं। इसके साथ ही उन्होंने नए साल से लागू होने वाले बड़े टैक्स कट्स की भी घोषणा की। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मैं पहले कहता था कि टैरिफ मेरा पसंदीदा शब्द है, लेकिन इससे मुझे परेशानी हो गई। फेक न्यूज वालों ने मुझ पर सवाल उठाए धर्म का क्या, भगवान का क्या, परिवार का क्या, पत्नी और बच्चों का क्या? इसलिए अब टैरिफ मेरा पांचवां पसंदीदा शब्द है।”
ट्रंप ने अपने बयान में मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी बातों को अक्सर तोड़-मरोड़कर पेश किया जाता है। उन्होंने कहा कि इसी कारण अब वह अपने शब्दों को लेकर अधिक सतर्क रहते हैं, ताकि अनावश्यक विवाद पैदा न हों। अपने भाषण में ट्रंप ने नए साल से देश में लागू होने वाले टैक्स कट्स का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े टैक्स कट होंगे और इसका सीधा लाभ आम लोगों को मिलेगा।
टिप्स पर नहीं देना होगा Tax
ट्रंप ने घोषणा की कि अब टिप्स पर कोई टैक्स नहीं लगेगा, जिससे होटल, रेस्तरां और सर्विस सेक्टर में काम करने वाले लाखों कर्मचारियों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि ओवरटाइम करने वाले कर्मचारियों को भी टैक्स से छूट दी जाएगी। ट्रंप के मुताबिक, इससे मेहनत करने वाले लोगों को सीधे लाभ मिलेगा और काम करने का उत्साह बढ़ेगा।
सीनियर सिटीजंस के लिए बड़ी राहत
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि सोशल सिक्योरिटी पर भी टैक्स नहीं लगेगा, जिससे अमेरिका के वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि नए साल से नॉर्थ कैरोलिना के लोग इन नीतियों के “ड्रामेटिक नतीजे” देखेंगे। ट्रंप ने दावा किया कि उनकी आर्थिक नीतियां आम अमेरिकियों की जेब में अधिक पैसा छोड़ेंगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगी।
ट्रम्प बोले- खास नीतियों से महंगाई कम कर रहा
ट्रम्प ने अपने भाषण में महंगाई और जीवन यापन पर अधिक विस्तार से बात नहीं की। हालांकि, उन्होंने कहा कि किराने का सामान, कारें और अन्य वस्तुओं की कीमतें अब नीचे आ रही हैं और उनकी नीतियों से बढ़ी महंगाई को वे ठीक कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने दावा किया कि ऊर्जा और भोजन की कीमतें अब नियंत्रण में हैं। हालांकि, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2025 में भोजन और ऊर्जा की कीमतें अभी भी बढ़ रही हैं। ट्रंप की टैरिफ नीतियों को कीमतों में वृद्धि का एक कारण माना जा रहा है, जबकि वे इन्हें देश के लिए राजस्व का बड़ा स्रोत बताते हैं।
अमेरिकियों का सलाना खर्च ₹8 लाख तक बढ़ा
द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में खाद्य पदार्थों की कीमतें अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच 2.7% बढ़ गईं। इस दौरान बीफ और केले के दाम 7% तक बढ़े। अमेरिकियों का कहना है कि उनकी मासिक खर्च सीमा औसतन 9,000 रुपए से बढ़कर 66,000 रुपए तक हो गई है। कुल मिलाकर, रिपोर्ट में कहा गया है कि लगाए गए टैरिफ ने अमेरिकी परिवार के वार्षिक खर्च को औसतन 2 से 8 लाख रुपए तक बढ़ा दिया है।
ट्रम्प बोले- अवैध प्रवासी अमेरिकी नौकरियां छीन रहे
भाषण में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रवासियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अवैध प्रवासी अमेरिकी नौकरियां छीन रहे हैं, आवास संकट पैदा कर रहे हैं और स्वास्थ्य तथा शिक्षा जैसी मुफ्त सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं, जिसका बोझ अमेरिकी करदाताओं पर पड़ता है। ट्रंप ने प्रवासियों को अपराध और आर्थिक समस्याओं का जिम्मेदार भी ठहराया।
इसके अलावा, उन्होंने मिनेसोटा राज्य में सोमाली समुदाय पर आरोप लगाया कि उन्होंने राज्य की अर्थव्यवस्था पर कब्जा कर लिया है और अरबों डॉलर की हेराफेरी की है। हालांकि, रिपोर्ट के मुताबिक प्रवासी कृषि और निर्माण जैसे क्षेत्रों में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और जितना लेते हैं, उससे अधिक टैक्स के रूप में लौटाते हैं।
ट्रम्प ने 60 से ज्यादा बार जंग रुकवाने का दावा किया
ट्रम्प ने मई में हुए भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि उनके प्रयासों की वजह से ही संघर्ष थमा। अब तक ट्रंप अलग-अलग मंचों पर 60 से अधिक बार यह दावा कर चुके हैं। हालांकि, भारत लगातार स्पष्ट कर रहा है कि सीजफायर में किसी तीसरे देश की कोई भूमिका नहीं थी और संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान की सीधे बातचीत के बाद हुआ।
ट्रम्प भारत पर 50% लगा चुके
अमेरिका ने रूस पर दबाव बनाने के लिए भारत पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई बार यह दावा कर चुके हैं कि भारत के तेल आयात से मिलने वाले पैसे से रूस यूक्रेन में युद्ध को बढ़ावा देता है। ट्रम्प प्रशासन ने रूस से तेल लेने पर भारत के खिलाफ की गई आर्थिक कार्रवाई को पैनल्टी या टैरिफ के रूप में पेश किया है। ट्रंप ने अब तक भारत पर कुल 50 टैरिफ लगाए हैं। इनमें 25% का रेसीप्रोकल टैरिफ (जैसे को तैसा) और रूस से तेल खरीदने पर 25% की पैनल्टी शामिल है। रेसीप्रोकल टैरिफ 7 अगस्त से लागू हुआ, जबकि पैनल्टी 27 अगस्त से लागू की गई।
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