Share Market Tips: ट्रेडिंग हफ्ते के आखिरी दिन शेयर बाजार में अच्छी तेजी देखने को मिली. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही अच्छे रिटर्न के साथ बंद हुए. मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स 1 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़त के साथ क्लोज हुए.
मार्केट के भविष्य को लेकर बात करते हुए बंधन AMC के VP इक्विटीज विराज कुलकर्णी ने कहा कि लार्ज-कैप शेयरों के वैल्यूएशन अब ठीक-ठाक स्तर पर आ गए हैं.
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उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से निफ्टी लगभग फ्लैट बना हुआ है. इस दौरान कमाई की ग्रोथ सिंगल डिजिट में रही है. भारी बिकवाली के चलते बाजार पर दबाव बना रहा. मिड और स्मॉल कैप शेयरों में ज्यादा करेक्शन देखने को मिला है. हालांकि, अगले 6 से 12 महीनों में कमाई में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है.
विराज कुलकर्णी ने कहा कि निफ्टी का वैल्यूएशन अब अपने लॉन्ग टर्म एवरेज के करीब है. लार्ज कैप शेयरों में बेहतर सपोर्ट नजर आ रहा है. वहीं मिड और स्मॉल कैप में अभी कंसोलिडेशन जरूरी है. स्मॉल कैप को लेकर फिलहाल पूरी तरह से भरोसा नहीं किया जा सकता.
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एकमुश्त निवेश को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि मौजूदा बाजार में काफी अनिश्चितता बनी हुई है. ग्लोबल इवेंट्स बड़े फैक्टर हैं. टैरिफ, अमेरिका में मंदी की आशंका और फेडरल रिजर्व की पॉलिसी पर करीबी नजर रखी जा रही है.
ग्लोबल फैक्टर्स के चलते बाजार में करेक्शन संभव है. तेजी से ग्रोथ की उम्मीद फिलहाल कम है, हालांकि वैल्यूएशन अब ठीक-ठाक लग रहे हैं. ऐसे में धीरे-धीरे निवेश करना ही सही रणनीति मानी जा सकती है.
बंधन फ्लेक्सीकैप फंड को लेकर उन्होंने बताया कि यह फंड लार्ज, मिड और स्मॉल कैप में निवेश की पूरी फ्लेक्सिबिलिटी देता है. फंड मैनेजर के लिए कोई तय सीमा नहीं होती. आमतौर पर मिड-कैप का वेटेज 20 से 50 प्रतिशत के बीच रखा जाता है. अगर बाजार महंगा लगता है तो मिड-कैप एलोकेशन कम कर दिया जाता है, और अगर बाजार सस्ता लगता है तो इसे बढ़ा दिया जाता है.
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पिछले साल की बात करें तो मिड-कैप एलोकेशन औसतन 20 से 22 प्रतिशत के आसपास था. वहीं अब मिड-कैप का वेटेज 30 प्रतिशत से ज्यादा नजर आ रहा है. इससे आगे चलकर मजबूत रिटर्न की उम्मीद की जा रही है.
उन्होंने कहा कि एलोकेशन में अनुशासन बनाए रखा जाता है और फंड हमेशा बैलेंस्ड रहता है. पोर्टफोलियो का 20 से 30 प्रतिशत हिस्सा मोमेंटम और हाई-ग्रोथ स्टॉक्स में लगाया जाता है. वहीं वैल्यू स्टॉक्स में भी 20 से 30 प्रतिशत तक का एक्सपोजर रखा जाता है. मोमेंटम कैटेगरी में 10 से 15 और वैल्यू कैटेगरी में भी 10 से 15 बेहतरीन शेयरों को चुना जाता है.
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