छपरा। शहर में चर्चित चिकित्सक डॉ. सजल कुमार के अपहरण के प्रयास मामले का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। इस कांड की साजिश किसी बाहरी अपराधी ने नही बल्कि डॉ. सजल के ही क्लीनिक में कार्यरत एक डॉक्टर ने रची थी। वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष ने प्रेस वार्ता कर बताया कि मुख्य साजिशकर्ता डॉ. शिव नारायण है, जो पहले कुमार हेल्थ केयर रिसर्च सेंटर में एनेस्थीसिया चिकित्सक के रूप में कार्यरत था।
एक करोड़ की फिरौती और हत्या की योजना
एसएसपी के अनुसार आर्थिक लालच में आकर डॉ. शिव नारायण ने हरियाणा निवासी अपने सहयोगी मान्टी भारती के साथ मिलकर एक करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने की योजना बनाई थी। फिरौती के बाद डॉ. सजल कुमार की हत्या की भी साजिश थी। डॉ. शिव नारायण पर मोतिहारी और गोपालगंज में पूर्व से फर्जीवाड़े के मामले दर्ज हैं।
कैसे हुआ अपहरण का प्रयास
घटना 17 दिसंबर की रात करीब 10:20 बजे की है। नगर थाना क्षेत्र के दहियावां मोहल्ला स्थित क्लीनिक से घर लौटते समय चार बदमाशों ने हथियार के बल पर डॉ. सजल कुमार उनके चालक और एक कर्मी का अपहरण कर लिया। बदमाश शहर में गाड़ी घुमाते रहे।
साहस से बची जान
नगर पालिका चौक के पास कुहासे के कारण गाड़ी धीमी हुई तभी डॉ. सजल कुमार ने साहस दिखाते हुए चलती कार से छलांग लगा दी और भागने में सफल रहे। इसके बाद अपराधी फरार हो गए।
एसआईटी जांच और मुठभेड़
मामले में एसआईटी का गठन कर तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की गई। पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार किया। हथियार बरामदगी के दौरान रंजन राय और सोनू राय ने पुलिस पर फायरिंग की जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हुए।
बरामदगी और गिरफ्तारी
पुलिस ने दो देशी कट्टे, एक पिस्टल, कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किए हैं। सभी आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस के अनुसार समय रहते एक संगठित आपराधिक साजिश को नाकाम कर दिया गया।
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