Ayurvedic Herbal Tea for Winter: आयुर्वेद के अनुसार सर्दियों में वात दोष बढ़ जाता है. इसकी वजह से शरीर में जकड़न, सुन्नपन, दर्द, नसों में खिंचाव और ब्लड सर्कुलेशन से जुड़ी परेशानियां ज्यादा महसूस होती हैं. ऐसे में शरीर को सिर्फ बाहर से नहीं, बल्कि अंदर से गर्म और संतुलित रखना सबसे जरूरी माना जाता है. आज हम आपको आयुर्वेदिक नजरिए से सर्दियों में हर्बल चाय का महत्व बताएंगे और इसे बनाने का आसान तरीका भी बताएंगे.
आयुर्वेद के अनुसार सही जड़ी-बूटियां शरीर की अग्नि यानी पाचन शक्ति को मजबूत करती हैं, नसों को पोषण देती हैं, रक्त संचार को बेहतर बनाती हैं और ठंड के असर को जड़ से कम करती हैं. यही वजह है कि पुराने समय में सर्दियों के दौरान काढ़ा या मसाला चाय रोजमर्रा की दिनचर्या का हिस्सा हुआ करती थी.
Also Read This: ठंड में सेहत और स्वाद का मजा: तिल-गुड़ की रेवड़ी, यहां जानें इसे घर पर बनाने का आसान तरीका

सर्दियों के लिए आसान आयुर्वेदिक हर्बल चाय
यह चाय रोजाना पी जा सकती है और शरीर को धीरे-धीरे अंदर से गर्माहट देती है.
सामग्री
अदरक – थोड़ी मात्रा में, कूटी हुई
दालचीनी – एक छोटा टुकड़ा
काली मिर्च – 2 से 3 दाने
तुलसी के पत्ते – 1 से 2
सौंठ (सूखी अदरक) – एक चुटकी
गुड़ या शहद – स्वाद के लिए (चाय ठंडी होने पर)
विधि
एक कप पानी में सभी सामग्री डालकर 5 से 7 मिनट तक उबालें. इसके बाद छानकर चाय को हल्का गुनगुना होने दें. फिर इसमें शहद या गुड़ मिलाएं.
Also Read This: आप भी रोज-रोज खा रहे हैं व्हाइट ब्रेड, तो पहले जान लें इसके नुकसान
इसके फायदे
- सुबह की सुस्ती और शरीर की जकड़न कम होती है.
- नसों में होने वाली झनझनाहट और सुन्नपन से राहत मिलती है.
- शरीर लंबे समय तक गर्म और ऊर्जावान महसूस करता है.
- चाय और कॉफी पीने की आदत धीरे-धीरे कम हो सकती है.
ध्यान रखने वाली बातें
- इसका सेवन बहुत ज्यादा न करें. दिन में 1 से 2 कप पर्याप्त हैं.
- अगर किसी को किसी सामग्री से एलर्जी है या कोई खास स्वास्थ्य समस्या है, तो पहले किसी जानकार या डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होता है.
Also Read This: सुबह के नाश्ते में ट्राई करें क्रिस्पी पालक डोसा, स्वाद और सेहत का परफेक्ट कॉम्बिनेशन
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें


