संजीव शर्मा,कोंडागांव। जिले में फरसगांव पुलिस ने गुमशुदा महिला भागवती सेठिया और उनके तीन वर्षीय बेटे वात्सल्य उर्फ बिट्टू की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए 3 मुख्य आरोपियों सहित कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि इस जघन्य अपराध का मास्टरमाइंड मृतिका का पति रोहित सेठिया ही था, जिसने अपने दोस्तों और परिजनों के साथ मिलकर आपराधिक षड्यंत्र रचते हुए मां-बेटे की निर्मम हत्या कर दी।

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने भागवती और उसके मासूम बच्चे की गलाघोटकर हत्या करने के बाद शवों को छिपाने के उद्देश्य से अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया। महिला का शव ओडिशा के नवरंगपुर जिले के थाना कोसागुंड़ा क्षेत्र अंतर्गत इन्द्रावती नदी से पुलिस द्वारा बरामद किया गया, जहां इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है। वहीं बच्चे के शव को तालाब में फेंका गया था, जिसकी बरामदगी की प्रक्रिया जारी है।
गुमशुदगी से हत्या तक की पूरी कहानी
जानकारी के मुताबिक बीते 6 दिसंबर 2025 को हुई भागवती सेठिया के सिरपुर निवासी भाई आमदेव महावीर ने फरसगांव थाना पहुंचकर अपनी बहन और उसके 3 वर्षीय बेटे के साथ अचानक लापता होने की जानकारी दी। रिपोर्ट के आधार पर थाना फरसगांव में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई।
मोबाइल डेटा ने खोला राज
जांच के दौरान पुलिस ने सीडीआर और टावर लोकेशन का बारीकी से विश्लेषण किया, जिससे शक की सुई सीधे महिला के पति रोहित सेठिया की ओर घूम गई। पूछताछ और तकनीकी साक्ष्यों से पता चला कि रोहित की शादी वर्ष 2020 में भागवती सेठिया से हुई थी और उनका एक तीन वर्षीय बेटा था। शादी के बाद से ही रोहित और उसके परिवार द्वारा महिला को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था।
इसी दौरान रोहित का बसंती प्रधान नामक युवती के साथ प्रेम संबंध भी सामने आया। पारिवारिक विवाद के चलते समाज के हस्तक्षेप से भागवती को गुहाबोरण्ड में अलग मकान में रहना पड़ रहा था। रोहित ने तलाक के लिए अदालत में आवेदन किया था, जबकि भागवती ने भरण-पोषण के लिए पारिवारिक न्यायालय का सहारा लिया था, जिसके तहत रोहित को हर माह 5 हजार रुपये देना पड़ रहा था।
आरोपियों साजिश को दिया खौफनाक अंजाम
पुलिस जांच में सामने आया कि पारिवारिक दबाव और भरण-पोषण की रकम से बचने के लिए रोहित ने अपने ममेरे भाई नरेश पाण्डे और दोस्त मिथलेश मरकाम के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 22 नवंबर 2025 को रोहित ने कार क्रमांक CG-27-P-0632 से भागवती और उसके बच्चे को धोखे में रखकर विशाखापटनम घूमने का बहाना बनाया।
रास्ते में ओडिशा रोड पर जयपुर के पास सुनसान इलाके में भागवती की गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद शव को पत्थर बांधकर इन्द्रावती नदी में फेंक दिया गया। इसके कुछ समय बाद आरोपी बच्चे को ओडिशा के सिंगसाड़ी क्षेत्र के पास जंगल में ले गए, जहां तालाब में पत्थर बांधकर उसकी भी हत्या कर शव फेंक दिया गया।
दो महिलाओं समेत 7 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में मृतिका का पति रोहित सेठिया, उसका ममेहरा भाई नरेश पाण्डे, दोस्त मिथलेश मरकाम, प्रेमिका बसंती प्रधान, पिता रमेशचंद्र सेठिया, मां उर्मिला सेठिया और रिश्तेदार प्रभूलाल पाण्डे शामिल हैं। आरोपियों को छिपाने और बचाने में सहयोग करने वालों को भी हिरासत में लिया गया है।
थाना फरसगांव में इस संबंध में धारा 61(2), 140(1), 103(1), 238 बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर विवेचना की जा रही है। पुलिस ने बताया कि जांच में सायबर सेल और स्थानीय पुलिस स्टाफ की अहम भूमिका रही है।
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