32 balls centuries in List A Cricket: कहते हैं कि अगर कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कुछ भी मुश्किल नहीं. पूरी शिद्दत से की गई मेहनत का फल जरूर मिलता है. ये लाइनें बिहार से आने वाले क्रिकेटर सकीबुल गनी पर एकदम फिट बैठती हैं. इस खिलाड़ी के पास न तो जूते थे, न पैसे और न ही बल्ला… बस अगर कुछ था तो कुछ कर गुजरने की जिद और जुनून, जिसने आज उन्हें नई पहचान दिलाई है. इस खिलाड़ी ने 24 दिसंबर 2025 के दिन कुछ ऐसा कर दिया, जिसकी गूंज पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में सुनाई दे रही है.
दरअसल, सकीबुल गनी घरेलू क्रिकेट में बिहार के लिए खेलते हैं. वह राज्य टीम के कप्तान भी हैं. इन दिनों विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 में खेल रहे हैं. 24 दिसंबर यानी बुधवार को रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड पर उनके नाम का तूफान आया. इस खिलाड़ी ने अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ हुए मैच में क्रीज पर आते ही चौके-छक्कों की बरिश की और 32 गेंदों पर शतक ठोक इतिहास रच दिया. वह विजय हजारे ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज़ शतक लगाने वाले भारतीय बल्लेबाज बन गए.
12 छक्के और 10 चौके
सकीबुल गनी ने 40 गेंदों में नाबाद 128 रन कूटे. उनके बल्ले से 12 छक्के और 10 चौके निकले. इस तूफानी पारी के दम पर उन्होंने ईशान किशन का पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया, जिन्होंने इसी टूर्नामेंट में कर्नाटक के खिलाफ 33 गेंदों में सेंचुरी जमाई थी. खास बात ये रही कि गनी लिस्ट-ए क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले भारतीय तो बने ही, साथ ही वह पूरी दुनिया में मैकगर्क और एबी डिविलियर्स के बाद तीसरे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने सबसे तेज शतक ठोका है.
ये तो हुई उनके लेटेस्ट कमाल की बात, लेकिन हम यहां आपको सकीबुल गनी के क्रिकेटिंग सफर और उनके एक धांसू रिकॉर्ड के बारे में बताएंगे. दाएं हाथ के बल्लेबाज सकीबुल गनी तूफानी बैटिंग के लिए मशहूर हैं. यह पहली दफा नहीं है जब उन्होंने बल्ले से तबाही मचाई हो. इससे पहले भी वह ऐसे कई कारनामे कर चुके हैं, जो अपने आप में खास हैं. सबसे पहले बात करेंगे सकीबुल गनी के क्रिकेट सफर के बारे में.
आखिर कौन हैं सकीबुल गनी?
सकीबुल गनी 26 साल के हैं. उनका जन्म 2 सितंबर 1999 को बिहार के मोतिहारी जिले में हुआ था. शुरुआत में उन्होंने एक स्थानीय क्रिकेट अकादमी से क्रिकेटिंग सफर शुरू किया, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. इसके बाद उन्हें अंडर-19 टूर्नामेंट में मौका मिला. फिर वह राज्य टीम में चुने गए. वह भारत के लिए अंडर-19 क्रिकेट भी खेल चुके हैं.
सकीबुल गनी के नाम दर्ज है अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड
रणजी ट्रॉफी के डेब्यू मैच में ही उन्होंने मिजोरम के खिलाफ 341 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी. यह डेब्यू में तिहरे शतक का अनोखा रिकॉर्ड है. उस पारी में गनी के बल्ले से 56 चौके और 2 छक्के निकले थे. यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है, जिसका टूटना बेहद मुश्किल है. दूसरे नंबर पर अजय रोहेरा का नाम है, जिन्होंने 2018 में डेब्यू रणजी मैच में 267 रनों नाबाद पारी खेली थी. सकीबुल गनी फर्स्ट क्लास करियर के 28 मैचों में 2035 रन बना चुके हैं. उनके बल्ले से 5 शतक और 8 फिफ्टी निकलीं हैं. लिस्ट-ए क्रिकेट में कमाल किया है. अब तक 33 मैचों में 867 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 2 अर्धशतक शामिल हैं. जब भी यह खिलाड़ी मैदान पर उतरता है, तो छक्कों की बारिश करता है.
मां ने गहने गिरवी रखकर दिलाया था बल्ला
सकीबुल गनी एक मिडिल क्लास परिवार से आते हैं. उनके घर की आर्थिक हालत अच्छी नहीं थी, लेकिन फिर भी परिवार ने बेटे को क्रिकेटर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. एक वक्त ऐसा भी था जब उनके पास जूते और बल्ला खरीदने के लिए पैसे तक नहीं थे. ऐसे में उनकी मां ने अपने गहने गिरवी रखकर बेटे को नया बल्ला दिलाया.
एक बार उनके बड़े भाई फैसल ने मीडिया से बातचीत में खुलासा किया था कि जब सकीबुल रणजी ट्रॉफी खेलने जा रहे थे, तब उनकी मां ने उन्हें तीन बल्ले दिए और कहा था,’ जाओ बेटा, तीन शतक लगाकर आना.’सकीबुल ने सच में मैदान पर उतरकर अपनी मां के इस सपने को पूरा कर दिखाया था.
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