रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वनवासियों के आराध्य संत गहिरा गुरूजी की पुण्यतिथि पर गुरुवार 21 नवम्बर पर उन्हें नमन किया.
भूपेश बघेल ने समाज सेवा के क्षेत्र में गुरूजी के योगदान को याद करते हुए कहा कि गहिरा गुरूजी ने बताया कि सद्ज्ञान की मदद से पिछड़े जनजातीय क्षेत्रों में एक बड़ा सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन लाया जा सकता है. उन्होंने आदिवासियों को सत्य, शांति, दया और क्षमा का मार्ग दिखाया और कई कुरीतियों से मुक्त होने में मदद की. सीएम बघेल ने कहा कि श्री गहिरा गुरूजी के उपदेशों पर चलते हुए एक उच्च जीवन मूल्य को पाया जा सकता है.
बता दें कि वनवासिायों के आराध्य संत रामेश्वर गहिरा गुरू जी का नाम समाज सेवा के क्षेत्र में अमर है. उनका जन्म रायगढ़ जिले के लैलूंगा विकासखण्ड के ग्राम-गहिरा में एक आदिवासी कवंर परिवार में श्रावण अमावश्या सन् 1905 में हुआ था. 92 वर्ष की उम्र में 21 नवम्बर, 1996 (देवोत्थान एकादशी) दिन उन्होंने इस संसार से विदा ली.