पटना। पांच महीने पहले भोजपुरी गीतकार अशोक के साथ हुए अपहरण और लूटकांड का पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया है। कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ऑटो लिफ्टर गैंग के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है जिनकी गतिविधियां पटना शहर से लेकर बख्तियारपुर तक फैली हुई थीं। गैंग ऑटो में बैठाकर राहगीरों को बहाने से ले जाता और सुनसान इलाके में लूटपाट करता था।

मीठापुर से जबरन उठाकर LCT घाट ले गए थे

घटना 1 जुलाई 2025 की रात की है, जब अशोक अपने सहयोगी के साथ मीठापुर गेट नंबर-2 के पास एक होटल में भोजन करने पहुंचे थे। इसी दौरान ऑटो में सवार बदमाशों ने उन्हें जबरन उठाया और मरीन ड्राइव के रास्ते LCT घाट के सुनसान इलाके में ले जाकर बंधक बना लिया। आरोपियों ने उनसे 4500 रुपये नकद और चेन लूट ली, साथ ही मारपीट करते हुए ऑनलाइन स्कैनर से 9000 रुपये ट्रांसफर करा लिए। गंभीर हालत में अशोक किसी तरह वहां से निकलकर कमरे तक पहुंचे जहां से उन्हें अस्पताल ले जाया गया।

UTR नंबर से खुली गैंग की पोल

पुलिस ने लेन-देन के UTR नंबर के आधार पर तकनीकी जांच शुरू की। साइबर रिपोर्ट में देरी होने पर आर्थिक अपराध इकाई से मदद ली गई जहां से ट्रांजैक्शन डिटेल के जरिए संदिग्धों का लोकेशन व पहचान मिल गई।

रात दो बजे दबोचा आरोपी

गैंग को पकड़ने के लिए पुलिस ने जाल बिछाया। एक महिला पुलिसकर्मी ने राहगीर बनकर ऑटो बुकिंग का बहाना किया। रात करीब दो बजे आरोपी मौके पर पहुंचा, जहां टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए बदमाशों में पंकज, अमरजीत, राजा, रौशन और एक नाबालिग शामिल हैं। पुलिस गैंग के अन्य नेटवर्क की भी पड़ताल कर रही है।