देहरादून. अंकिता भंडारी हत्याकांड एक बार फिर चर्चा में है. चर्चा की वजह है उर्मिला सनावर का एक वीडियो, जिसमें उन्होंने एक वीआईपी के नाम का जिक्र किया है. इतना ही नहीं बीजेपी के कई नेताओं पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं. ऐसे में सियासी हलचल भी तेज हो गई. इन सबके बीच पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान सामने आया है.

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हरीश रावत ने कहा, अंकिता के हत्यारों को कानून के कटघरे में लाना है! हम अंकिता के हत्यारों को और जो वास्तविक हत्यारा है जिसके कारण हत्या हुई है, उसको दंडित किया जा सके उसके लिए जनमत बनाने में अपनी ताकत लगाएंगे. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह ने भी हमारे प्रदेश अध्यक्ष जी की मांग का समर्थन करते हुए कहा है कि इसकी जांच होनी चाहिए. क्योंकि वह व्यक्ति कोई भी हो जिसने यह सामाजिक अपराध किया है, वह गिरफ्तार होना चाहिए, उस पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. हमारी मांग है कि CBI, HighCourt और SupremeCourt के सिटिंग जज की देख-रेख में इस मामले की जांच करे.

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चिल्ला नहर से मिला था शव

19 वर्षीय अंकिता 18 सितंबर 2022 को अचानक गायब हो गई. वह ऋषिकेश के निकट वंतारा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थी. पांच दिन बाद 24 सितंबर को ऋषिकेश के नजदीक चिल्ला नहर से अंकिता का शव बरामद किया गया था. मामले में पुलिस ने रिजॉर्ट के मालिक और उसके 2 साथियों को गिरफ्तार किया था.