गौरव जैन. पेंड्रारोड. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे (SECR) बिलासपुर मंडल के नवनियुक्त मंडल रेल प्रबंधक (DRM) राकेश रंजन शनिवार को अचानक पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन पहुंचे. बिना किसी पूर्व सूचना के हुए इस औचक निरीक्षण से रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गई. निरीक्षण के दौरान स्टेशन पर फैली अव्यवस्थाओं को देखकर DRM ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई.

शौचालय की गंदगी पर कड़े तेवर

निरीक्षण के दौरान DRM राकेश रंजन जब प्लेटफार्म नंबर 1 पर स्थित शौचालय पहुंचे, तो वहां फैली गंदगी देखकर उनका पारा चढ़ गया. उन्होंने तत्काल स्टेशन मास्टर को तलब किया और बेहद तल्ख लहजे में पूछा- “क्या मैं इस शौचालय का इस्तेमाल कर सकता हूं? क्या आपकी पत्नी या बेटी इसे इस्तेमाल कर सकती हैं?”

DRM ने आगे निर्देश देते हुए कहा कि यदि शौचालय उपयोग के लायक नहीं है, तो उस पर स्पष्ट सूचना बोर्ड लगाएं कि यह बंद है, और यदि इसे चालू रखना है, तो इसकी तत्काल साफ-सफाई सुनिश्चित करें. यात्रियों की सुविधाओं से ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

ड्रेनेज और सफाई व्यवस्था पर भी बरसे

स्टेशन परिसर में आगे बढ़ते हुए DRM की नजर गंदे पानी से लबालब भरी नालियों (ड्रेनेज) पर पड़ी. उन्होंने मौके पर मौजूद जिम्मेदार कर्मचारियों से सवाल किया-

“क्या आपके घर में भी ऐसा गंदा पानी बहता है? आप यहीं रहते हैं या बाहर?” उन्होंने जल निकासी की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सख्त निर्देश दिए.

अमृत भारत योजना में देरी पर जताई चिंता

स्थानीय लोगों और यात्रियों ने DRM को अवगत कराया कि ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत हो रहा पुनर्विकास कार्य पिछले 2 वर्षों से अत्यंत धीमी गति से चल रहा है. निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण यात्रियों को आवाजाही में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

इस पर DRM राकेश रंजन ने कहा- “मैं यहां स्वयं यह देखने आया हूं कि कार्य की प्रगति क्या है. कार्य में हो रही देरी की समीक्षा की जाएगी और निश्चित ही आने वाले समय में आपको स्टेशन का कार्य तेजी से पूरा होता दिखेगा.”

टिकट काउंटर और फुट ओवर ब्रिज की समस्या

यात्रियों ने शिकायत की कि स्टेशन पर तीन टिकट काउंटर होने के बावजूद केवल 1 या 2 काउंटर ही खुलते हैं, जिससे लंबी कतारें लगती हैं. DRM ने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुविधा के लिए सभी काउंटरों का संचालन अनिवार्य होना चाहिए.

वहीं, फुट ओवर ब्रिज (FOB) के निर्माण में हो रही देरी पर उन्होंने जानकारी दी कि वर्क सेक्शन मंजूर हो चुका है. काम अब तक क्यों शुरू नहीं हुआ, इसके लिए वे संबंधित विभाग से जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करेंगे.

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