Stone pelting on police in Raigarh : नरेश शर्मा, रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के तमनार क्षेत्र में जिंदल के कोयला खदान के विरोध में 14 गांव के ग्रामीण 15 दिनों से आंदोलन कर रहे। इसी बीच आज सीएचपी चौक पर धरना प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने धरने से हटाने पर पुलिस पर पथराव कर दिया। महिलाओं ने लातों से टीआई कमला पुसाम की पिटाई की, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई। वहीं पथराव में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। (Stone pelting on police in Raigarh)

कंपनी की गाड़ियों को किया आग के हवाले

ग्रामीणों ने बस समेत कंपनी की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए आग भी लगा दी। गांव में भारी तनाव का माहौल है। मौके पर अतिरिक्त बल भेजा गया है। वहीं पुलिस ने 30 से 35 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। Stone pelting on police in Raigarh

जनसुनवाई को फर्जी बताकर धरने पर बैठे थे 14 गांव के ग्रामीण

जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों जिंदल कंपनी के गारे पेलमा कोल ब्लाक की हुई जनसुनवाई को फर्जी बताकर तमनार क्षेत्र के 14 गांव के ग्रामीण लिबरा के सीएचपी चौक पर कंपनी के गेट के सामने बैठकर शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन करते आ रहे थे। इससे कंपनी में भारी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बंद हो गया था। इसी बीच आज दो बसों के अलावा दस से अधिक फोर व्हीलर में भारी संख्या में पुलिस बल पहुंची और आक्रोशित ग्रामीणों को समझाइश देते हुए धरना समाप्त करने कहा गया। इस दौरान विरोध कर रहे कुछ लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। (Stone pelting on police in Raigarh)

भारी वाहन ने ग्रामीण को ठोकर मारा, फिर भड़के ग्रामीण

बताया जा रहा है कि इसके बाद वाहनों का परिचालन शुरू हो गया था। इसी बीच खुरूषलेंगा गांव के पास भारी वाहन के चालक ने साइकिल सवार एक ग्रामीण को ठोकर मारकर घायल कर दिया, जिससे माहौल और गर्मा गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही तमनार थाना प्रभारी कमला पुसाम एक टीम के साथ मौके पर पहुंची, जहां गांव के ग्रामीणों ने लाठी-डंडे और लातों से उसकी पिटाई कर दी। पुलिस पर पथराव भी किया, जिससे टीआई समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।

तनाव को देखते हुए गांव की काटी गई बिजली (Stone pelting on police in Raigarh)

आक्रोशित ग्रामीणों ने सीएचपी चौक पर एक एंबुलेंस, एक कार के अलावा दो बसों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में घायल पुलिस कर्मियों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। साथ ही तनाव को देखते हुए पूरे गांव की बिजली काट दी गई है। गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

असामाजिक तत्वों के उकसाने पर पथराव के कारण स्थिति बिगड़ी : कलेक्टर

इस मामले में कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से ग्रामीण शांति पूर्ण ढंग से धरने पर बैठे हैं। आज दोपहर करीब ढाई बजे कुछ असामाजिक तत्वों के उकसाये जाने पर मौके पर पथराव हुआ। इस दरम्यान सुरक्षा बल में तैनात कई जवान चोटिल हुए हैं, जिसके बाद वे अपनी जान बचाकर वहां से भागे। इस घटना के दो घंटे बाद स्थानीय जनप्रतिनिधयों के माध्यम से ग्रामीणों से चर्चा करने का प्रयास किया गया, परंतु उग्र ग्रामीणों ने फिर से पथराव शुरू कर दिया। आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने का प्रयास जारी है। कुछ घायलों का तमनार में इलाज जारी है और कुछ को रायगढ़ भेज दिया गया है।

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