मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में शनिवार को दो दिवसीय ‘पुलिस मंथन’ वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सम्मेलन-2025 का शुभारंभ किया. इस अवसर पर बीट पुलिसिंग में सुधार और तकनीकी उन्नयन के लिए ‘यक्ष’ ऐप का लोकार्पण भी किया.

सीएम योगी ने कहा कि पिछले साढ़े 8 साल में यूपी पुलिस की ओर से किए गए प्रयासों का ही प्रतिफल है कि लोगों के मन में प्रदेश के प्रति परसेप्शन परिवर्तित हुआ है. प्रदेश ‘रूल ऑफ लॉ’ का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है. हमने केवल परम्परागत पुलिसिंग को ही परिवर्तित नहीं किया, बल्कि पुलिस व्यवस्था में समय के अनुरूप परिवर्तन करके भी दिखाया है. उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी निष्ठा के साथ 25 करोड़ प्रदेश वासियों की सेवा, सुरक्षा के लिए मजबूती के साथ कार्य कर रही है.

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क्या है यक्ष ऐप?

यक्ष ऐप- AI और Big Data Analysis की सहायता से तैयार किये गये बीट बुक का डिजिटल स्वरूप है. यक्ष ऐप में जघन्य अपराधियों का थानावार डेटाबेस, बीट सत्यापन की जवाबदेही, संदिग्धों की एआई पहचान, वाइस सर्च, गैंग लिंक एनालिसिस और लोकेशन शिफ्ट अलर्ट जैसी उन्नत सुविधाएं शामिल हैं.

एप में प्रदेश में किसी भी जनपद में जघन्य और सनसनीखेज अपराधों को करने वाले अपराधियों का पता थानावार दर्ज रहेगा. बीट का सिपाही हर अपराधी का सत्यापन उसके मोहल्ले और गांव में जाकर करेंगे और ऐप पर जानकारी भरेंगे. अब बीट के अपराधी की जिम्मेदारी बीट के सिपाही पर होगी. इसके अलावा अपराधी की लोकेशन इस ऐप पर अपडेट होती रहेगी.

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वॉइस सर्च की सुविधा

इसका फायदा ये होगा कि इससे माफिया, हिस्ट्रीशीटर, जिला बदर, वाण्टेड, पुरस्कार घोषित की आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी रखी जा सकेगी. इतना ही नहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित इस ऐप पर संदिग्ध अपराधियों की पहचान की सुविधा भी मिलेगी. इसके अलावा इसमें वॉइस सर्च की सुविधा भी रहेगी. इससे तुरंत अपराधियों के बारे में पता चल सकेगा.