उत्तराखंड के हरिद्वार में पुलिस कस्टडी के दौरान बदमाशों के हमले का शिकार हुए UP के मुजफ्फरनगर निवासी विनय त्यागी की AIIMS ऋषिकेश मे इलाज के दौरान शनिवार को मौत हो गई. विनय बड़े अपराधों मे उसका नाम सामने आया था. विनय की मौत के बाद सियासत शुरू हो गई है. पूर्व सीएम हरीश रावत ने इस मौत पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा है कि उसकी जो मौत हुई है, वह किसी साजिश के तहत करवाई गई?

रावत ने एक्स पर लिखा कि ‘गैंगस्टर विनय त्यागी की मौत कई सवाल खड़े कर रही है. क्या पुलिस कस्टडी में जेल ले जाते वक्त उसकी गाड़ी पर किसी विरोधी गैंग ने गोली चलाई या जो अब उसकी मौत हुई है, वह किसी साजिश के तहत करवाई गई? कहा जाता है कि 780 करोड़ रुपये का तथाकथित राज विनय त्यागी के साथ ही दफन हो गया. सवाल बहुत हैं, जवाब अब भी अधूरे हैं. हरिद्वार में आजकल उस विशेषज्ञ की बड़ी चर्चा है. यूं विवादित संपत्तियों में पहले मुकदमा, फिर क्रॉस मुकदमा दर्ज करवाता है, फिर मध्यस्थता कर औने-पौने दाम पर संपत्ति को बिकवाता है या किसी के नाम करवाता है. धन उगाही का एक नायाब तरीका. अब उसी तरीके से विनय त्यागी की हत्या के साथ आशंका प्रकट की जा रही है.’

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रावत ने आगे लिखा ‘कुछ भी हो, राज्य के तो बुरे दिन आए न? विवादित संपत्तियों का निपटारा अब राज्य के कानून के अनुसार नहीं हो रहा है, बल्कि आपराधिक तरीके से किया जा रहा है. यह एक विनय त्यागी नहीं है, अभी और भी यह सिलसिला आगे सुनने को मिलेगा. हो सकता है कल उत्तर प्रदेश का कोई बड़ा गैंग आज के वसूली मास्टरों में से किसी को लक्ष्य बनाकर उनसे वसूली करना प्रारंभ करें और उसकी चर्चाएं प्रारंभ हों. कुछ भी हो सकता है, मगर हरिद्वार फिर अपराधियों का अखाड़ा बनता जा रहा है. धन्य है भाजपा.’