रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक किसान ने धान बिक्री के लिए टोकन न मिलने पर जहर खा कर आत्महत्या कर ली. इस मामले में दीपक बैज ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का धान नहीं खरीदना चाहती. प्रदेश में धान की खरीदी नहीं हो रही है, इसलिए किसान आत्महत्या कर रहे हैं. गोदामों में धान जाम हो चुके हैं, धान-खरीदी को लेकर सरकार की नियत साफ नहीं है. सरकार किसानों को नियम कानूनों में फंसा रही है और अपना पैसा बचाना चाहती है.

भारत माला परियोजना में बड़ी मछलियां ED की रडार से बाहर : बैज

ED ने आज सुबह रायपुर और महासमुंद में 9 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है. इस मामले में पीसीसी चीफ बैज ने तंज कसते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियां केवल छोटी मछलियों पर कार्रवाई कर रही है. भारत माला परियोजना में बड़ी मछलियां उनके रडार से बाहर है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ED खानापूर्ति करने के लिए कार्रवाई कर रही है. BJP के बड़े नेताओं का नाम भी आ रहा है.

मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों का चयन जारी : बैज

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मंडल और ब्लॉक अध्यक्षों की सूची को लेकर पीसीसी चीफ ने बताया कि संगठन का काम 24 घंटा-12 महीना चलते रहता है. इस समय संगठन में ब्लॉक और मंडल अध्यक्षों का चयन जारी है. हम सभी चाहते हैं कि बहुत जल्द सूची सामने आए.

डिप्टी सीएम शर्मा के बयान पर पलटवार

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की भिलाई में 5 दिवसीय हनुमंत कथा जारी है. उनके छत्तीसगढ़ पहुंचते ही धर्मांतरण समेत कई मुद्दों पर सियासत तेज हो गई है. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा था कि बाबा बागेश्वर नक्सलवाद खत्म करने को लेकर चिंता करते हैं. उनके इस बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि BJP के नेता छग की जनता के लिए काम नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए बाबाओं को छत्तीसगढ़ लाकर इवेंट की तरह दिखा रहे हैं. क्या गृहमंत्री धीरेन्द्र शास्त्री के कहने पर काम कर रहे हैं?

बाबा को जहाज से लाने का ठेका क्या सरकार ने ले रखा है? : बैज

वहीं पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को छत्तीसगढ़ के चार्टर प्लेन से रायपुर लाए जाने को लेकर भी सियासी बयानबाजी जारी है. इस मामले में विपक्ष के सवालों पर डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा था कि बाबा बागेश्वर को हम कंधों पर बैठाकर लाएंगे. इस बयान पर भी PCC चीफ बैज ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को पहले कानून व्यवस्था बनाई रखनी चाहिए. कोई भी बाबा छत्तीसगढ़ आएं, कांग्रेस को आपत्ति नहीं है. लेकिन बाबा को जहाज से लाने का ठेका क्या सरकार ने ले रखा है? वे उन्हें पलकों में बैठाएं, कंधों में बैठाए या सिर में बैठा लें… लेकिन कोई भी बाबा छत्तीसगढ़ की फिजा को अशांत ना करें.

राशन कार्ड गड़बड़ी को लेकर बैज का बयान

वहीं राशन कार्ड में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस आंदोलन करने जा रही है. इस मामले को लेकर पीसीसी चीफ बैज ने कहा कि BJP सरकार ने लगभग 30 लाख राशन कार्डधारियों का नाम काटा है. क्या राशन कार्डधारियों का नाम काटना मोदी गारंटी में आता है? चुनाव से पहले राशन कार्ड बनवाओ, फिर चुनाव के बाद नाम काट दो… बीजेपी की यही पुरानी परंपरा रही है.