रोहित कश्यप, मुंगेली। अपने ही दोस्त को मौत के घाट उतारने वाले दो आरोपियों को पुलिस का आज गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है. करीब दो महीने पहले हुई हत्या के इस मामले की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. युवक की हत्या करने वाले आरोपी कोई और नहीं बल्कि उसके ही दोस्त निकले. मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के जगता कापा गांव का है.
मृतक नितेश साहू 3 सितंबर से गायब था काफी खोजबीन करने के बाद परिजनों ने 5 सितंबर को सिटी कोतवाली पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसके दूसरे दिन यानी 6 सितंबर को जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के खैरी गांव में आगर नदी पर बने एनीकट में एक अज्ञात युवक की तैरती हुई लाश मिली थी जिसकी शिनाख्ति सिटी कोतवाली में गुम इंसान कायम नितेश साहू के रूप में की गई.
मामले की जांच करने के लिए एसपी चैन दास टंडन ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमलेश्वर चंदेल एवं एसडीओपी तेजराम पटेल के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की थी. जांच टीम ने लगातार संदेहियों से पूछताछ की इस दौरान आरोपी ललित कारके व महेंद्र कर्माकर से कड़ाई से पुलिस ने जब पूछताछ की.
जिसके बाद आरोपियों ने गुनाह कबूल किया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृतक नितेश से उनकी पुरानी रंजिश थी. 3 सितंबर को मृतक नितेश के साथ गांव के सांड को भगाने के बाद 11 बजे तक तीनों ने मिलकर जमकर शराब पी थी. इस दौरान दोनों आरोपियों के बीच वाद-विवाद होने लगा. विवाद इतना बढ़ा कि एक आरोपी ललित कारके ने नितेश के सिर पर लाठी से हमला कर दिया. इसके बाद दूसरे आरोपी महेंद्र कर्माकर जिसने की अपनी पेंट में बेल्ट की जगह रस्सी बांधा था उसी रस्सी से दोनों ने मिलकर नितेश का गला घोट कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
एडिशनल एसपी कमलेश्वर चंदेल ने बताया कि हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने शव को छिपाने के लिए नदी में फेंक दिया था इस मामले की गुत्थी सुलझाने में सिटी कोतवाली प्रभारी आशीष अरोरा, साइबर सेल प्रभारी मनीष सिंह ठाकुर,एसआई महासिंह ध्रुवे, प्रधान आरक्षक मनोज सिंह,आरक्षक धर्मेंद्र सिंह, विकास सिंह, दयाल गावस्कर, योगेश यादव का महत्वपूर्ण योगदान रहा.