पटना। आतंकवाद और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों पर और अधिक प्रभावी निगरानी के लिए बिहार सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। बिहार पुलिस की विशेष इकाई आतंकवाद निरोध दस्ता (ATS) के 5 नए क्षेत्रीय कार्यालय पटना, गया, मोतिहारी, दरभंगा और पूर्णिया में स्थापित किए जाएंगे। इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर गृह विभाग को भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही कमांड ऑफिस के गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसकी जानकारी पुलिस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एडीजी (विधि-व्यवस्था) पंकज कुमार दराद ने दी।

आसपास के जिलों को जोड़ा जाएगा

एडीजी दराद ने बताया कि इन कार्यालयों के अंतर्गत नजदीकी जिलों को शामिल किया जाएगा ताकि खुफिया जानकारी एकत्र करने और कार्रवाई की क्षमता में वृद्धि हो सके। ये इकाइयां धार्मिक उन्माद, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों और संगठित अपराध पर भी पैनी नजर रखेंगी। प्रत्येक कार्यालय की कमान डीएसपी रैंक के अधिकारी के पास होगी और यह स्पेशल ब्रांच के समानांतर कार्य करेंगे।

सोशल मीडिया पर 176 संदिग्ध चिन्हित

उन्होंने बताया कि सीमावर्ती इलाकों में लगातार निगरानी रखी जा रही है। साथ ही जेल से छूटे राष्ट्रविरोधी मामलों के आरोपियों पर भी नजर रहती है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान अब तक 176 लोगों में चरमपंथी रुझान पाए गए हैं जिनमें से 12 व्यक्तियों की काउंसलिंग के जरिए उन्हें मुख्यधारा से जोड़ा गया है।

SWAT टीम कर रही सुरक्षा

राज्य के सभी थानों में एक अधिकारी और एक सिपाही को विशेष रूप से सूचना संकलन की जिम्मेदारी दी गई है। यह टीम मादक पदार्थ तस्करी, अवैध शराब, आतंकवाद और गंभीर अपराधों से जुड़ी जानकारी जिला व मुख्यालय तक पहुंचाएगी। इसके अलावा ATS के तहत गठित SWAT टीम राज्य के 257 संवेदनशील संस्थानों की सुरक्षा देख रही है। पिछले वर्ष 194 और इस वर्ष अब तक 41 स्थानों पर मॉक ड्रिल और रेकी की जा चुकी है। अब तक 176 कमांडो को मानेसर और कोलकाता में विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।