देहरादून. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद वन विभाग की जमीन पर अतिक्रमण हटाने के लिए ऋषिकेश पहुंची पुलिस और वन विभाग की टीम पर पथराव किया गया था. जिले लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान सामने आया है. साथ ही उन्होंने सरकार और सिस्टम के जिम्मेदार अधिकारियों से 2 प्रश्न भी पूछे हैं.
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हरीश रावत ने कहा, ऋषिकेश में तथाकथित पथराव को इस प्रकार बढ़-चढ़कर दिखाया जा रहा है मानो किसी दूसरे देश के लोगों ने हमारी पुलिस पर गोलाबारी कर दी है. पथराव को कोई भी उचित नहीं ठहरायेगा, मगर जिसके मन में अपनी जिंदगी भर की कमाई मकान के टूट जाने का खौफ बैठ गया हो उसकी मानसिकता को भी तो समझना पड़ेगा.
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हरीश रावत ने कहा, सरकार से 2 प्रश्न पूछते हुए कहा, क्या किसी वरिष्ठ अधिकारी ने सर्वेक्षणाधीन क्षेत्र में जाकर लोगों से बातचीत की या सीधे सर्वेक्षण करने चले गए? माननीय सुप्रीम कोर्ट का आदेश है, मगर हमारी न्याय व्यवस्था सरकार को ये अवसर देती है कि वह SLP दायर कर सुप्रीम कोर्ट के सम्मुख अपना व संभावित पीड़ितों का पक्ष रखें. आपने ऐसा तो कुछ किया नहीं? हाँ, अब उन्हें थाने में बुलाकर भारतीय दंड संहिता के विभिन्न धाराओं का खौफ़ दिखाया जा रहा है. उत्पीड़न बंद करो, अपने लोगों का सहारा बनो. मैं कल इन परिवारों के पक्ष में एक घंटे का मौन व्रत रखूंगा.
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