बीडी शर्मा, दमोह। Madhya Pradesh दमोह के संग्रामपुर स्थित सिंघौरगढ़, निदान बॉर्डर फॉल, भैंसा घाट जैसे पर्यटन स्थल पर जाने वाले लोग अब मायूस होकर लौट रहे हैं। ऐसा इसलिए क्यों कि यह पूरा इलाका रानी दुर्गावती टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आ गया है। इस वजह से अचानक यहां के नियम बदल दिए गए हैं। बदले हुए नियमों से पर्यटक बेरंग ही लौट रहे हैं।
दरअसल, दमोह, जबलपुर और कटनी समेत विभिन्न जिलों के लोग नए वर्ष में यहां पर घूमने फिरने और पिकनिक मनाने पहुंचे हैं, लेकिन अब बदले हुए नियमों से कई पर्यटक वापस लौट रहे हैं। यहां पर नियमों में बदलाव करते हुए एंट्री फीस 1500 रुपये कर दी गई है। वहीं केवल फोर व्हीलर ही जा सकती है। टू व्हीलर, बस, मिनी बस को जाने से रोका जा रहा है। पैदल भी कोई नहीं जा सकता।
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एक फोर व्हीलर में छह लोग और उसकी टिकट 1500 रुपये से सैलानी खासे परेशान है। नया साल आने वाला है और पर्यटक अपने घरों से निकलकर न्यू ईयर सेलिब्रेशन करने दर्शनीय स्थल जाते हैं, लेकिन दमोह के दर्शनीय स्थलों पर नए नियम लागू होने से पर्यटक खासे निराश हो रहे हैं। वनरक्षक शहजाद ने बताया कि अब टाइगर रिजर्व के नियम इस इलाके में लागू होंगे। वे केवल सैलानियों से रिक्वेस्ट कर रहे हैं कि नियमों का पालन करें।

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