पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले के देवभोग क्षेत्र से 10 से 12 बंधक श्रमिकों तथा उनके बच्चों को जिला प्रशासन ने संयुक्त कार्रवाई कर मुक्त कराया। श्रमिकों को तेलंगाना राज्य के खम्मम जिले के एक ईंट भट्ठे में बंधक बनाकर रखा गया था।

कलेक्टर बीएस उइके के नेतृत्व में एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय के मार्गदर्शन में गठित दल में पुलिस विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, श्रम विभाग तथा राज्य विभाग के अधिकारी शामिल रहे। दल द्वारा 28 दिसंबर को मौके पर पहुंचकर श्रमिकों को सुरक्षित रूप से मुक्त कराया गया। मुक्त कराए गए परिवारों के 7 बच्चों को भी जिला मुख्यालय वापस लाया गया।

जिला बाल संरक्षण समिति द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया तथा उन्हें अस्थायी आवास एवं भोजन की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। बच्चों व अभिभावकों की काउंसलिंग भी की गई। कार्रवाई में श्रम विभाग के अधिकारी, पुलिस टीम तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के कर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जिला बाल संरक्षण अधिकारी अनिल द्विवेदी ने श्रमिकों एवं बच्चों की सुरक्षित वापसी की पुष्टि करते हुए कहा कि पुनर्वास एवं सहायता संबंधी आवश्यक कार्रवाई जारी है।

इस दौरान रेस्क्यू दल में श्रम निरीक्षक मनीष बंजारे, डीसीपीयू महिला एवं बाल विकास गोपाल सिंह कंवर, श्रम कल्याण निरीक्षक पुणानंद साहू, राजस्व अधिकारी अजय देवांगन, प्रधान आरक्षक करम जांगड़े और विजय मिश्रा की भूमिका महत्वपूर्ण रही।