रायपुर। एसएसपी आरिफ शेख के नाम से फर्जी अधिकारी बनकर लोगों को ब्लैकमेल कर वसूली करने वाले व्यक्ति का पुलिस ने भंड़ाफोड़ किया है. आरोपी युवक ज्ञानेश्वर सिंह राजपूत लोकेन्टो एप्लीकेशन में स्कार्ट सर्विस के नाम से विज्ञापन देकर लोगों को पहले अपने झांसे में लेता था, फिर उनसे चैटिंग कर स्क्रीन शॉट भेजकर ब्लैकमेल करता था. इस तरह उसने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया और 25 हजार रूपए की वसूली भी की थी. अब सलाखों के पीछे पहुंच गया है.

पुलिस के मुताबिक पीड़ित अमित खलखो ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज करवाया था कि उसके मित्र सुरजीत कुमार लहरे ने एक फोन नंबर दिया और कहा कि कभी भी तनाव की स्थिति में रहे तो उस नंबर में बात कर सकते हो. ठीक जैसा उसने कहा वैसा ही पीड़ित ने फोन पर चैटिंग किया. बाद में दूसरे नंबर से उसके पास चैटिंग का स्क्रीन शॉट भेजा गया और खुद को रायपुर पुलिस अधीक्षक बताया और पैसे की मांग की, नहीं देने पर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाने की धमकी दी. जिससे डर कर उसने बैंक खाते में 25 हजार रूपए डलवा दिया. क्योंकि ट्रू कालर में भी नंबर आरिफ शेख एसपी रायपुर के नाम से दिखा रहा था.

ठगी का शिकार होने के बाद पीड़ित ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई. एसएसपी आरिफ शेख ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए. पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी की तो राजनांदगांव का होना पाया गया. पुलिस ने वहां दबिश देकर आरोपी ज्ञानेश्वर सिंह राजपूत को गिरफ्तार कर लिया.

आरोपी ने पूछताछ बताया कि वह लोकेंटो एप्लीकेशन में स्कार्ट सर्विस के नाम से विज्ञापन देकर अपना मोबाइल नंबर देकर लोगों से संपर्क कर चेटिंग करता था. बाद में चेटिंग के कन्टेंट का स्क्रीन शाॅट बनाकर फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर लोगों के मोबाइल नंबर पर चेटिंग के कन्टेंट का स्क्रीन शाॅट भेजकर उन्हें ब्लैकमेल कर रकम की उगाही करता था.

पुलिस ने आरोपी के पास 2 नग मोबाइल फोन जब्त किया है और उसके खाते में 25 हजार रूपए ट्रांसजेक्शन होना पाया है. आरोपी के खिलाफ सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 671/19 धारा 384, 419 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया है.