दिल्ली. दूध का मामला सीधा सीधा लोगों की सेहत से जुड़ा है. बच्चों से लेकर बूढ़े तक सभी दूध पर किसी न किसी रुप में निर्भर रहते हैं. इसको देखते हुए सरकार अब दूधवालों की पहचान करके ही उन्हें दूध देने का अधिकार देगी.
दूध में मिलावट रोकने और मिलावटखोरों पर शिकंजा कसने के मकसद से सरकार दूध सप्लाई करने वाले दूधियों को पहले तो ट्रेनिंग देगी फिर उनको पहचान पत्र जारी करेगी ताकि वो लोगों को अच्छी गुणवत्ता का दूध उपलब्ध करा सकें.
FSSAI ने फैसला लिया है कि हर दूध वाले को एक पहचान पत्र दिया जाएगा. देश में दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए संस्था ने ये फैसला लिया है. इसके लिए चरणबद्ध तरीके से दूधवालों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. पहले चरण में एक लाख दूध वालों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. अगर लोगों की तरफ से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलती है तो इसे पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा.