लंदन- आखिरकार देश के सबसे बड़े लोन डिफाल्टर विजय माल्या को लंदन से गिऱफ्तार कर लिया गया। स्टाटलैंड यार्ड ने माल्या की गिऱफ्तारी की है। बताया जा रहा है कि भारत के साथ हुई प्रत्यर्पण संधि के तहत माल्या की गिरफ्तारी की गई। मेट्रोपोलिटन पुलिस की ओर से बताया गया है कि विजय माल्या को वेस्टमिनिस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया जाएगा। भारत ने विजय माल्या को विलफुल डिफाल्टर घोषित किया था।
गिरफ्तारी से बचने के लिए माल्या देश से भागकर लंदन में रह रहे थे। विजय माल्या पर भारत के बैंकों का 9 हजार करोड़ रूपए का कर्ज ना चुका पाने का आरोप हैं। खबर है कि गिरफ्तारी होने के बाद भारत विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुट गई है।
हाल ही में स्टेट बैंक आफ इंडिया की अगुवाई वाले कंर्सोटियन ने माल्या का गोवा स्थित किंगफिशर विला की नीलामी की थी, जिसे 73 करोड़ रूपए में बेचा गया था। विजय माल्या के खिलाफ देश के कई अदालतों ने वारंट जारी कर रखा है। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने सितंबर 2016 में मनी लांड्रिंग से जुड़ी जांच के तहत विजय माल्या की परिसंपत्तियां जब्त की थी। जिसकी कीमत छह हजार करोड़ रूपए से ज्यादा थी।
माल्या की बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर 17 बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा लोन बकाया है। उन्होंने पिछले साल दो मार्च को देश छोड़ दिया था। विजय माल्या दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स के मालिक हैं। राज्यसभा सांसद रहे विजय माल्या की एफ 1 टीम भी है। भारत ने भगोड़े उद्योगपति विजय माल्या के प्रत्यर्पण के लिए 9 फरवरी को ब्रिटेन को आग्रह पत्र सौंपा था.