पंकज भदौरिया, दंतेवाड़ा. अपनी मांगों लेकर आदिवासी एक बार फिर सरकार के खिलाफ आंदोलन का रास्ता अख्तियार करते नजर आ रहे हैं. कुआकोंडा ब्लाक के पालनार में 3 दिनों तक आंदोलन की मांग जेलबंदी रिहाई मंच ने जिला प्रशासन से की थी. लेकिन उन्हें 1 दिन की अनुमति मिली, वो भी नकुलनार खेल मैदान की. जिससे आंदोलन में शामिल होने वाले ग्रामीणों में नाराजगी देखी गई.
3 दिनों तक चलेगा आंदोलन
सोनी सोरी ने कहा कि ये आंदोलन 3 दिनों तक चलेगा. हमने पहले ही 3 दिनों की अनुमति मांगी थी पर प्रशासन ने नहीं दी. पालनार में जब तक सरकार का कोई बड़ा प्रतिनिधि मंडल आदिवासियों की बात सुनने नहीं आता, तब तक यह आंदोलन स्थगित नहीं होगा. साथ ही यह भी कहा कि जबरन आंदोलन दबाया गया तो प्रदर्शन उग्र होगा.
आदिवासियों की प्रमुख मांगें-
1.पोटाली नवीन कैम्प को हटाया जाए.
2. निर्दोष आदिवासीयो को जेल से रिहा किया जाए.
3. अवैध गिरफ्तारी, फर्जी मुठभेड़ पर रोक का सीएम भूपेश बघेल ने दिया था. इस पर अमल किया जाए.
4. आदिवासी इलाकों में पेशा कानून पर अमल करो.
5. गश्ती अभियान के नाम पर ग्रामीणों पर अंधाधुंध फायरिंग बन्द करो.
6 अपने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए संघर्ष करो.
7 कोई भी निर्माण कार्य के लिये ग्राम सभा से बिना अनुमति के न किया जाए.
इन्हीं 7 मांगों को लेकर आंदोलन के लिये ग्रामीण नहाड़ी,ककाड़ी,बुरगुम,पोटाली, समेली, जबेली,अरनपुर से रशद राशन लेकर पैदल आदिवासी घरों से निकलकर पालनार आंदोलन में जुटने पहुंच रहे हैं. सुजीत कर्मा, लालू मरकाम,गोरेलाल नीलवाया सरपंच, राकेश रेवाली सरपंच, धुर्वा पोड़ीयाम, नंदा कुंजाम संयुक्त पंचायत जनसंघर्ष समिति अध्यक्ष भी मौजद रहे.