रायपुर। आदिवासी विधायक मनोज मंडावी सोमवार को निर्विरोध विधानसभा उपाध्यक्ष चुन लिए गए. उन्हें विधानसभा उपाध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव सीएम भूपेश बघेल, धर्मलाल, धर्मजीत सिंह, केशव चंद्रा, रविन्द्र चौबे, सत्यनारायण शर्मा, देवती कर्मा, टीएस सिंह देव और अजय चंद्राकर ने पेश किया. जिसका सभी सदस्यों ने समर्थन किया.
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मनोज मंडावी विधानसभा में तीन बार चुने गए, आदिवासी नेता हैं. गौरव की बात है वे निर्विरोध चुने गए. नेता प्रतिपक्ष ने मंडावी को बधाई देते हुए कहा कि पहली बार विधायक बने तब आपके साथ काम करने का मौका मिला. उस अंचल को भी इसका लाभ मिलेगा.
अजय चंद्राकर ने कहा कि दोहरी खुशी है मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर, वे दोस्त हैं. इस सदन में जो भी नेता रहे हैं हमारी विधानसभा अपने नियम और परंपराओं के चलते जानी जाती है. हमें नामांकन में नहीं बुलाया गया.
जिस पर मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि मैंने खुद बोला था अजय चंद्राकर को.
धरमजीत सिंह ने भी मनोज मंडावी को उपाध्यक्ष बनने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि हम सब 1998 मे पहली बार चुने गए. वो हंसमुख हैं. उपाध्यक्ष के पद पर बैठेंगे तो हंसमुख व्यक्ति होगा. विपक्ष को उम्मीद है, कोई शिकायत नहीं है, कोई विवाद नहीं है. अब ये परंपरा बन गयी है कि सत्ता पक्ष के ही उपाध्यक्ष बनेंगे ये बने रहने दीजिए.
2001 से अब तक ये रहे विधानसभा उपाध्यक्ष
प्रथम विधानसभा में बनवारी लाल अग्रवाल 28 मार्च 2001 से 9 मार्च 2003 तक विधानसभा उपाध्यक्ष रहे.
प्रथम विधानसभा में धरमजीत सिंह 13 मार्च 2003 से 5 दिसंबर 2003 तक रहे.
द्वितीय विधानसभा में बद्रीधर दीवान 12 जुलाई 2005 से 11 दिसंबर 2008 तक रहे.
तृतीय विधानसभा में नारायण चंदेल 2 अगस्त 2010 से 11 दिसंबर 2013 तक रहे.
चतुर्थ विधानसभा में बद्रीधर दीवान 23 जुलाई से 2015 से 2018 तक रहे.