रमेश सिन्हा, पिथौरा। महासमुंद जिले के पिथौरा विकासखंड के ग्राम भतकून्दा में सरपंच पति द्वारा धोखाधड़ी कर जेसीबी गाड़ी से एक गरीब बुजुर्ग के कच्चे मकान को तोड़ने का मामला सामने आया है. मकान टूटने के तीन साल बीत जाने के बाद भी गरीब को पक्का मकान नसीब नहीं हुआ है.पूरा परिवार खुले आसमान में रहने को मजबूर है.
पिथौरा विकासखंड के ग्राम भतकून्दा का रहने वाला जेहरू लाल अपने परिवार के साथ एक कच्चे मकान में रहता था. अचानक एक दिन गांव के सरपंच पति सम्मत पटेल एक जेसीबी गाड़ी लेकर जेहरू लाल के घर पहुंचा और कहा कि मुझे आगे वाले मोहल्ले में बोर खनन करवाना है. तुम्हारे मकान के कारण बोर गाड़ी आगे नहीं निकल रही है. तुम्हारे इस कच्चे मकान को जेसीबी गाड़ी से तोड़ देता हूं उसके बाद मैं तुम लोगों के लिए एक अच्छे से मकान बनवा दूंगा.
इसके बाद जहरू लाल ने सरपंच पति सम्मत पटेल की बातों पर विश्वास करके मकान तोड़ने में हामी भर दी. जिसके बाद अप्रैल 2016 को सम्मत पटेल ने जेहरू लाल के मकान को जेसीबी से तोड़ दिया था. और अपना बोर गाड़ी निकालकर आगे के मोहल्ले ले जाकर नलकूप खनन का कार्य कर लिया. उसके बाद सम्मत पटेल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा कि जिस का मकान तोड़ा है वह किस हाल में होगा.
पिछले तीन साल से जेहरू लाल 80 साल की उम्र में दर-दर भटक रहे हैं और खूले आसमान के नीचे अपना दिन गुजारने को विवश है. पक्का मकान की उम्मीद जगाए सरकारी दफ्तरो का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन सभी जगह निराशा ही हाथ लगा रही है.
इसके बाद जब जेहरू लाल ने अपनी आप बीती जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महासमुंद के पैरा लीगल वालंटियर्स रुपानंद सोई को बताया. तो उनके सहयोग से जेहरूलाल ने एसडीओपी पिथौरा के समक्ष सम्मत पटेल के विरुद्ध पुलिस थाना में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए शिकायत आवेदन दिया है.
इस मामले में जब हमने सरपंच से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.