रायपुर- छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार ने आज एक साल पूरा कर लिया है. इस मौके पर सीएम भूपेश बघेल ने स्वराज एक्सप्रेस और लल्लूराम डॉट कॉम के संपादक मनोज सिंह बघेल से खास बातचीत की. सीएम ने कहा है कि पंचायत चुनाव पूरा होने के तुरंत बाद बहुप्रतिक्षित निगम मंडलों में नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. सीएम ने अपने एक साल की उपलब्धि पर सिलसिलेवार जानकारी देते हुए कहा कि इस सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यही है कि इस सरकार के प्रति समाज के हर वर्ग ने विश्वास किया है. सीएम ने कृषि, उद्योग, आधारभूत संरचना, शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार व्यवसाय के संबंध में हमारे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया. पहले पढ़िए…फिर छत्तीसगढ़ी में देखिए पूरा इंटरव्यू…
सवाल- साल भर पहले आपने भारी भरकम बहुमत के साथ कामकाज की शुरुआत की थी और आपके सामने कई चुनौतियां भी थी. आज एक साल का सफर पूरा करने के बाद आपको कैसा लग रहा है ?
जवाब- साल भर की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि इस सरकार ने समाज के सभी वर्गों का विश्वास जीता है. वो चाहे किसान हो, आदिवासी हो, व्यापारी हो,नौजवान हो…इन सभी वर्गों का सरकार प्रति विश्वास बढ़ा है,जो हमारे सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि है.
सवाल- किसानों के हित और छत्तीसगढ़ी अस्मिता के लिये आपने कई अहम फैसले किये, लेकिन आपको सबसे ज्यादा संतुष्टि किसमें मिलती है ?
जवाब- मेरा मानना है कि पैसा कमाने के साथ साथ परिवार के साथ सुकुन भरे पल बिताना हर आदमी को अच्छा लगता है.इसलिये इस भावना को ध्यान में रखते हुए हमने किसानों की आय बढ़ाने के लिये काम किया और वह परिवार के साथ सुकुन भरे पल बिताये, इसके लिये हमने अपने परंपरागत त्योहारों को उत्साह से मनाकर लोगों में संदेश दिया कि वो त्योहारों के माध्यम से अपने परिवार के साथ सुकुन भरे पल बितायें.त्योहारों से अपनी परंपरा के प्रति लगाव मजबूत होता है और सामुदायिकता की भावना विकसित होती है, इसलिये सरकार ने छत्तीसगढ़ के हजारों साल पुरानी परंपराओं और त्योहारों को पुनर्जीवित करने का काम किया है.जैसे हमने इस साल गेंडी चढ़कर हरेली त्योहार मनाया,तो पूरे प्रदेश में दीवाली जैसा वातावरण बन गया,जबकि हमारा सबसे बड़ा त्यौहार दीवाली ही है.इसी तरह हमने तीजा,गोवर्धन पूजा जैसे त्योहारों को भी अच्छे से मनाया,जो हमारी पहचान है. हमने पुन्नी मेला शुरु किया, जिसका नाम पूर्ववर्ती सरकार ने बदलकर कुभ कल्प कर दिया था.ये सभी त्योहार छत्तीसगढ़ की पहचान है,इसलिये हमने तय किया कि हमें अपनी पहचान के साथ आगे बढ़ना है.
सवाल- क्या छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण के लिये शुरू किये गये ये सभी प्रयास आगे भी जारी रहेंगे ?
जवाब- बिल्कुल हमें इसको लगातार आगे बढ़ाना है. जैसा कि हमने कौशल्या के राम नामक कार्यक्रम शुरु किया.छत्तीसगढ़ में राम नाम का प्रयोग करने की पुरानी परंपरा है.रामनामी संप्रदाय से सभी वाकिफ हैं. गांव में किसान मापतौल की शुरुआत ही राम नाम से करता है.छत्तीसगढ़ की जीवन शैली में राम रचे बसे हैं. हम भांजे की पूजा करते हैं,क्योंकि भगवान राम छत्तीसगढ़ के भांजे थे. हमारे यहां अभिवादन में राम-राम कहा जाता है और विदाई के समय भी राम राम कहा जाता है.यही कारण है कि इस मान्यता को आगे बढ़ाने के लिये सरकार काम कर रही है. हम राम वन पथगमन मार्ग पर काम शुरु कर रहें हैं.कौशल्या माता मंदिर के पुनरुद्धार के लिये काम कर रहें हैं.
सवाल- नरवा, गरवा, घुरवा, बारी योजना की क्या स्थिति है और आने वाले दिनों में इस परियोजना पर और क्या काम होगा ?
जवाब- देखिये इस परियोजना की जरुरत हर एक गांव को है और इसलिये हम इस दिशा में लगातार काम कर रहें हैं.पहले साल हमने गांव के नालों में जल संरक्षण के लिये डीपीआर तैयार की है और इस पर तेजी से काम हो रहा है. हमने पहले साल करीब 1800 गांवों में गौठान बनाया है और इस साल भी 3000 अन्य गांवों में गौठान बनाने की योजना पर काम कर रहें हैं. वर्मी कम्पोस्ट खाद के महत्व से किसानों को अवगत कराया जा रहा है और आर्गेनिक खेती को लगातार प्रोत्साहित करने का काम सरकार कर रही है.लोगों को समझ में आ गया है कि यह सरकारी योजना नहीं है,ये हमारी योजना है और इसका संचालन हमको ही करना है.गांव वालों की सोच में ये जो बदलाव आया है,वह इस योजना की शुरुआती सफलता है.
सवाल- ग्रामीण विकास की दिशा में आपके सरकार की सोच दिखती है, लेकिन ऐसा नहीं लगता कि शहरी विकास के प्रति आपके सरकार की सोच तुलनात्मक रूप से कमजोर है ?
जवाब- देखिये हमने बिजली की दरों को आधा करने का जो निर्णय लिया है,उसका सबसे लाभ गांव के साथ साथ शहरी क्षेत्र के लोगों को मिला है. 35 किलो चावल देने का काम गांव के अलावा शहरों में भी चल रहा है.शहर में शासकीय भूमि पर काबिज लोगों को पट्टा दिया जा रहा है.छोटे प्लाट की रजिस्ट्री का काम किया.उद्योग धंधो में बुनियादी सुविधाओं के विकास के काम भी सरकार लगातार कर रही है.व्यापार व्यवसाय के विकास के लिये भी सरकार लगातार काम कर रही है.उदाहरण के लिये हमने जैम एंड ज्वैलरी पार्क बनाने का निर्णय लिया है,जिसके तहत देश का सबसे बड़ा पार्क बनाने की दिशा में सरकार काम कर रही है.
सवाल- विपक्ष का आरोप है कि आपकी सरकार ने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट की दिशा में कोई काम ही नहीं किया ?
जवाब- विपक्ष बताये कि केन्द्र में लगातार दो बार से उनकी सरकार है. नेशनल हाईवे का काम केन्द्र ेसरकार का है. विपक्ष को सवाल अपनी केन्द्र सरकार ने करना चाहिये कि रोड के सभी काम बंद क्यों पडे हैं.दर्जन भर जिलों में नेशनल हाईवे का काम चल रहा था ,जो बंद कर दिये गये हैं,इसलिये भारत सरकार से ये सवाल पूछा जाना चाहिये.हम इस साल के बजट में रोड़,सिंचाई परियोजना सहित आधारभूत संरचना के विकास के लिये कई काम लेकर आने वाले हैं.
सवाल- घोषणा पत्र में किये गये कई वायदे पूरे कर लिये गये हैं, लेकिन बची हुई घोषणाएं कब पूरी करेंगे ?
जवाब- हमने घोषणा पत्र में किये गये 36 वादों में से 22 पूरे कर लिये हैं.बचे हुए 14 वादों पर भी काम करेंगे.जनता ने हमें पांच साल का जनादेश दिया है और हम पांच साल के अंदर सभी वादों को पूरा कर लेंगे.
सवाल- किसान शुरू में खुश थे कि आपने उनके हित में अहम फैसले लिये, लेकिन धान खरीदी शुरू होने के बाद किसान अब परेशान हो रहें हैं और सरकार के खिलाफ आक्रोश जता रहें हैं !
जवाब- किसान कहीं भी परेशान नहीं है. विपक्षी दल भाजपा किसानों के बीच भ्रम फैलाने का काम कर रही है.आक्रोश वही लोग जता रहें हैं जो कि पहले दलाली करते थे,दूसरे प्रदेशों को धान लाकर अवैध तरीके से बेचते थे. केन्द्र सरकार धान खरीदी में अडंगा लगा रही है और 2500 रुपये में धान खरीदने पर सेन्ट्रल पुल का चावल खरीदने से इंकार कर रही है,जबकि इसी सरकार ने दो बार पिछली सरकार को नियमों में छूट देते हुए बोनस सहित धान खरीदने पर छूट दे रही थी.फिर भी हम अपने वादे के मुताबिक हर किसान को उनके खाते में 2500 रुपये के हिसाब से भुगतान करेंगे.
सवाल- शराबबंदी और बेरोजगारी भत्ता देने के मामले में भी आपकी सरकार निशाने पर है. विपक्ष ने ‘ठगा गे’ छत्तीसगढ़ के नाम से वीडियो भी जारी किया है !
जवाब- देखिये भाजपा ने भी कई घोषणाएँ की थी,जिसे पूरा नहीं किया गया.इसके कई उदाहरण भी हैं.अब वे किस मुंह से ऐसी बातें कह रहें हैं.उन लोगों ने 15 साल में अपने वादे पूरे नहीं किये और हमसे उम्मीद कर रहें हैं कि एक साल में ही हम अपने सभी वादे पूरे कर दें. ये कैसे हो सकता है.हम लगातार अपने वादे पूरे करने की दिशा में काम कर रहे हैं. हमने रोजगार सृजन की दिशा में काम शुरु किया है. 15000 शिक्षकों की भर्ती कर रहें हैं,जो 1998 के बाद बंद था. इसी तरह असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है.3000 पुलिस कर्मियों की भर्ती हो रही है. आदिवासी अंचलों में स्वास्थ्य विभाग में भी काफी भर्तियां की गई है और लोगों को रोजगार दिया गया है. बस्तर और सरगुजा में कनिष्ठ भर्ती चयन बोर्ड का गठन किया गया है,जिसका फायदा वहां के बेरोजगारों को मिलेगा.
सवाल- पिछले सरकार के भ्रष्टाचार की जांच पिछले कुछ समय से सुस्त है ?
जवाब- हम पिछले सरकार के सभी भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करा रहें हैं. विपक्ष हड़बड़ा गया है और इनके नेता जांच को प्रभावित करने के लिये तमाम हथकंडे अपना रहें हैं,लेकिन सरकार जांच के लिये प्रतिबद्ध है.अभी तो हमने केवल फाइलों से धूल झाड़ा है और आने वाले दिनों में इसकी जांच पूरी होगी.
सवाल- शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार के लिये काफी कुछ किया जाना है,क्या करेंगे ?
जवाब- बिलकुल मैं आपकी बात से सहमत हूं.इस दिशा में काफी कुछ किये जाने की आवश्यकता है. सरकार इस दिशा में गंभीरता से सोच विचार कर रही है और आने वाले दिनों में इस दिशा में विशेष प्रयास किये जायेंगे.
सवाल- निगम मंडलों में नियुक्ति का इंतजार सबको है,कब करेंगे ?
जवाब- जल्द करेंगे. नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव खत्म हो जायें,उसके बाद निगम मंडलों में नियुक्ति की प्रक्रिया को पूर्ण करेंगे.
देखिए पूरी बातचीत
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