सुनील पासवान, बलरामपुर। शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा-गरुवा, घुरूवा- बाड़ी योजनान्तर्गत विकासखण्ड कुसमी के ग्राम बसकेपी में स्थित आदर्श गोठान में जिला प्रशासन एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा निर्मित जैविक खाद निर्मित किया गया है. जिसकी लगातार मांग बढ़ रही है. यहां महिलाओं द्वारा खाद का विक्रय कर आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा रहा है. गोठान के निरीक्षण पर पहुंचे विधायक चिन्तामणि महाराज ने इस काम की जमकर सराहना की है.
इस अवसर पर सामरी विधायक चिन्तामणि महाराज, कलेक्टर संजीव कुमार झा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरीष एस. और वन मण्डलाधिकारी प्रणय मिश्रा द्वारा गोठान प्रबंधन समिति एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं को 24 हजार 640 रुपये का चेक दिया गया.
इस मौके पर विधायक चिन्तामणि महाराज ने कहा कि गोठान आपका और हमारा है और इसे हम लोगो को मिलकर विकसित करना है. गोठान कितना महत्वपूर्ण है. इसे समझने की जरूरत है, यह कोई सरकारी योजना नहीं है, बल्कि यह सामुदायिक सहयोग एवं सामुदायिक विकास के संकल्पना पर आधारित है. विधायक ने जिला प्रशासन एवं महिला स्व सहायता समूह के गोठान प्रबंधन समिति एवं महिलाओं को प्रतिबद्धता के साथ गोठान के विकास के लिए निरंतर कार्य करते हुये आगे भी आर्थिक लाभ प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित किया.
वहीं कलेक्टर संजीव कुमार झा ने गोठान प्रबंधन समिति एवं महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि आप लोगों ने गोठान में खाद निर्माण से जो आय प्राप्त किया है, यही गोठान स्थापना के वास्तविक लक्ष्य की प्राप्ति है. उन्होंने कहा कि गोठान में मवेशियों को रखा जाना तथा उनका रख-रखाव करना गोठान का उद्देश्य तो है, किन्तु साथ ही गोठान में प्राप्त गोबर से बने खाद को विक्रय कर महिलाओं ने आजीविका तथा स्वालंबन की जो मिसाल पेश की है, मैं निश्चित ही कह सकता हूं कि बसकेपी का यह गोठान जिले के ही नहीं वरन् राज्य के लिए भी एक आदर्श उदाहरण के रूप में स्थापित होगा. उन्होंने बताया कि जिले में पहली बार गोठान के माध्यम से जैविक खाद का विक्रय किया जा रहा है, पहले हम गोबर का महत्व नहीं समझते थे तथा न ही बड़े पैमाने पर उसका व्यावसायिक उपयोग होता था. इन महिलाओं ने सिद्ध कर दिया है कि गांव के विकास के लिए गोठान में सह उत्पाद के रूप में तैयार जैविक खाद से किस प्रकार लाभ लिया जा सकता है.