पुरूषोत्तम पात्र, गरियाबंद. नायब तहसीलदार कृष्ण मूर्ति दीवान, खाद्य व पुलिस जवान के साथ अवैध धान भंडारण की जांच करने शनिवार दोपहर को तेतल खूटी पहुंचे. गांव के चौराहे पर राजू ठाकुर व जलन्धर के घर का पता पूछ ही रहे थे. इतने में ग्रामीण भड़क गए. देखते ही देखते 10 मिनट में गांव के करीब 400 महिला-पुरुष ने कर्मियों को घेर लिया और उनसे जांच में आने का आधार पूछने लगे.

ग्रामीण जांच दल से जानना चाह रही थी कि किस शिकायत के आधार पर कार्यवाही करने आये हैं. पूर्व से न कोई नोटिस न ही सर्च वारंट फिर घर कैसे जांच करेंगे. तमाम सवालों के बीच घेरे ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया.

दरअसल, तेतल खूटी में अवैध भंडारण की जांच करने चौथी बार जांच दल पहुंचा था. बार-बार के इस परेशानी से झल्लाये ग्रामीणों ने शासन व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

एसडीएम ने संभाला मोर्चा, जांच में अवैध भंडारण नहीं मिला

हंगामे की सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी सत्येंद्र श्याम घटना स्थल पहुंच गए. गांव के निवासी ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तपेश्वर ठाकुर के साथ मिलकर पुलिस ने भीड़ को नियन्त्रण में किया. एसडीएम भूपेंद्र साहू ने मोर्चा संभालते हुए ग्रामीणों को शांत किया.

ग्रामीणों ने अपने ओर से फिर जिन-जिन लोगों के नाम की सूची नायब लेकर आये थे, वहां जांच कराने ले गए. राजू के घर में 300 बोरा धान था. जलन्धर के घर 60 बोरा था. दोनों ही किसानों ने पट्टा दिखाया तो उत्पादन के अनुपात में भंडारण सही पाया. अफसरों को बैरंग लौटना पड़ा.

बदल गया रवैया, आखिर मानना पड़ा किसानों की दलील

यह पहला अवसर था जब छापा मार दल ने मौके पर किसानों के दिखाए तथ्यों को सही मानकर कोई कार्रवाई नहीं किए. जबकि अब तक दर्ज 50 से ज्यादा ऐसे केस भी दर्ज कर दिए गए हैं, जिसमें किसान परिवार धान को सही बताने में अपने आंसू तक बहा दिए, लेकिन घर भीतर में रखे उनके धान को जब्त कर दिया गया. किसानों को एसडीएम न्यायालय में पेश होकर अपना पक्ष रखने नोटिस तो दिया जा रहा पर, उनकी सुनवाई को हर बार टाल दिया जा रहा है. परेशान किसानों ने अब आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं.

थाने में लिखित शिकायत पहुंचा

सागौनभाड़ी में दिनेश ठाकुर के घर अवैध धान भंडारण की सूचना पर नायब तहसीलदार की टीम शुक्रवार को कार्यवाही करने घर पहुंची. इनके पास करीब 300 बोरा धान मिला था. छोटे भाई शेष नारायण के घर बंद ताले को तुड़वाकर यहां रखे 160 बोरा धान को जब्ती बना दिया गया. ऐसा ही बड़े भाई सुरेंद्र के घर को भी खुलवाया गया.

शेष नारायण ठाकुर ने देवभोग थाने पहुंच अपनी अनुपस्थिति में घर के ताला तोड़ने पर आपत्ति दर्ज करते हुए कानूनी कार्यवाही की मांग की है. शेष नारायण ने बताया कि उसके पास साढ़े 3 एकड़ खेत है, टोकन के लिए आवेदन देकर वो देवभोग में पान ठेले की दुकान खोलने आया था. सबसे बड़े भाई भी 5 एकड़ से ज्यादा की जमीन है, पर सभी के धान बोरों को अकेले दिनेश ठाकुर के नाम से जब्ती बनाकर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. किसान ने कहा कार्रवाई नहीं हुई तो न्यायालय की शरण में जाऊंगा.

भूपेंद्र साहू एसडीएम ने बताया कि तेतल खूटी में जांच किया गया. अनुपातिक मात्रा मिला है. नायब कार्यपालिक मजिस्ट्रेट होते है, संबंधित की सहमति से जांच कर सकते हैं. गड़बड़ी की पुष्टि हुई है तो पंचनामा कर परिस्थिति के आधार पर ताला तोड़ सकते हैं.