रोहित कश्यप,मुंगेली। रोजी रोटी के के लिए छत्तीसगढ़ मुंगेली जिले के 40 मजदूरों को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आया है. हालांकि अच्छी खबर यह है कि मुंगेली जिला प्रशासन एवं पुलिस की सजगता से बंधक बनाए गए सभी मजदूरों को सकुशल वापस ले आया गया है. बंधक लोगों की घर वापसी पर परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई है.
बता दें कि 20 दिसंबर को जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के देवरीमुंडन गांव के कुछ लोगों ने जिले के कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे एवं एसपी चैनदास टण्डन से परिजनों ने शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि उनके 40 रिश्तेदार जो कि पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश के रायबरेली में रोजी-रोटी कमाने गए हुए थे जहां संबंधित ठेकेदार के द्वारा मजदूरी के एवज में कुछ ही दिनों तक राशि दी गई. इसके बाद बिना मजदूरी किए जाने से मारने की धमकी देकर पिछले चार-पांच दिनों से भूखे प्यासे उनके परिजनों को बंधक बनाकर रखा गया है. ना ही उन मजदूरों को मजदूरी की राशि दी जा रही है और ना ही उन्हें वहां से कहीं जाने दिया जा रहा है. इसकी जानकारी बंधक बनाये गए लोगों के फोन कर परिजनों को दी. जिसके बाद कलेक्टर एवं एसपी से बंधक मजदूरों को छुड़ाने की मांग करते हुए परिजनों ने गुहार लगाई थी. जिसे गंभीरता से लेते हुए जिले के कलेक्टर एवं एसपी ने प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त टीम रायबरेली के ले लिए रवाना किया.
छत्तीसगढ़ के विशेष टीम ने रायबरेली के प्रशासन एवं पुलिस से भी मदद ली. जिससे दो से तीन दिन के भीतर बंधक मजदूरों को सकुशल छुड़ाकर वापस प्रदेश लाया गया है. जिसकी जानकारी कलेक्टर ने दी है.