रायपुर। 2019 का सबसे बड़ा और आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो चुका है. इससे पहले इस साल 6 जनवरी और 2 जुलाई को आंशिक सूर्यग्रहण लगा था. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण नहीं होगा. यह सूर्य ग्रहण 296 साल बाद लग रहा है. यह सूर्य ग्रहण खंडग्रास वलयाकार ग्रहण है. इस ग्रहण को सीधे आंखों से देखने से बचें.

इस बार चंद्रमा की छाया सूर्य का पूरा भाग नहीं ढक पाएगी. इस ग्रहण में सूर्य का बाहरी हिस्सा प्रकाशित रहेगा. यह सूर्य ग्रहण को देश के दक्षिणी भाग में कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा जा सकेगा जबकि देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के रूप में दिखाई देगा.

सुबह 8.17 बजे से शुरुआत

सूर्यग्रहण की शुरूआत सुबह 8.17 बजे से हो चुकी है. जबकि यह सुबह 9.36 बजे अपने चरम पर होगा. इस दौरान सूर्य का लगभग 44.11 प्रतिशत हिस्सा चंद्रमा द्वारा ढक लिया जाएगा. सूर्यग्रहण पूर्वाह्न 11.07 बजे समाप्त हो जाएगा.

सूर्यग्रहण के समय न करें ये काम

  • ग्रहण काल में खाना-पिना, शोर मचाना या किसी भी प्रकार का शुभ कार्य जैसे पूजा-पाठ आदि नहीं करना चाहिए.
  • हालांकि, आप इस दौरान गुरु मंत्र का जाप, किसी मंत्र की सिद्धी, रामायण, सुंदरकांड का पाठ, तंत्र सिद्धी आदि कर सकते हैं.
  • सूतक लगने के बाद से ही गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए. ग्रहण काल में सूर्य से पराबैंगनी किरणे निकलती हैं, जो गर्भस्थ शिशु के लिए हानिकारक होती हैं.
  • ग्रहण खत्म होने के बाद पवित्र नदियों में स्नान कर के शुद्धिकरण कर लेना चाहिए.
  • सूतक लगने से पहले ही घर में मौजूद खाने की सभी वस्तुओं में तुलसी के पत्ते डाल लेने चाहिए.
  • यदि आपके घर में मंदिर है तो सूतक लगते ही उसके कपाट बंद कर दें या फिर मंदिर को पर्दे से ढक दें.
  • मान्यता है कि ग्रहण के बाद मन की शुद्धी के लिए दान-पुण्य भी करना चाहिए.