रायपुर- पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर सियासी घसामान मच गया है. दरअसल पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष आयोजन समिति द्वारा राजिम में भागवत कथा का आयोजन कराया जा रहा है. कथा के दौरान ही दीनदयाल उपाध्याय पर भी कथावाचन आयोजित किया जाएगा. भागवत कथा के साथ-साथ हर रोज दीनदयाल की कथा भी सुनाई जाएगी. भागवत कथा का आगाज आज से शुरू होने जा रहा है. 20 सितंबर को इसका समापन होगा, जिसमें मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह, समेत तमाम मंत्री और संगठन के नेता मौजूद होंगे.
भागवत कथा के आयोजन को लेकर आयोजन समिति के अध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि बीजेपी पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के तहत कई आयोजन कर रही है. आयोजनों की इस श्रृखंला में ही भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. भागवत कथा के साथ-साथ दीनदयाल जी की जीवनी की भी कथा सुनाई जाएगी.
इधर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि अब तक राम कथा, कृष्ण कथा, शिव पुराण कथा इन कथाओं के बारे में सुना था, इन सबके बीच आखिर पंडित दीनदयाल उपाध्याय भगवान की श्रेणी में कैसे आए गए. जिस व्यक्ति का भारतीय समाज के लिए कोई योगदान नहीं रहा. आजादी की लडा़ई में कोई भूमिका नहीं रही. ऐसे व्यक्ति को भगवान की श्रेणी में लाना गलत है. भूपेश ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय की मृत्यु संदिग्ध परिस्थितियों में हुई थी. अब जब केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है, तो बीजेपी का कोई नेता उनकी मृत्यु की जांच की मांग क्यों नहीं करता.
जनता कांग्रेस के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कथा पर सवाल उठाते हुए कहा कि धर्म के बहाने राजनीति की जा रही है. उन्होंने कहा कि भागवत कथा करना ठीक है, लेकिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की कथा धर्म के साथ जोड़ना ठीक नहीं है. धर्म के साथ राजनीति नहीं करनी चाहिए. ये सही नहीं होगा.
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