सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. नगारिक संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में आयोजित रैली पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इसकी आवश्यकता क्यों है, हमारे पास आधार कार्ड है, ड्राइविंग लाइसेंस है, पासबुक है, वोटर आईडी है, उसके बाद भी यदि वो प्रमाणित नहीं कर पाया कि वो कहा का नागरिक है तो क्या होगा. यदि आपके परिवार के किसी एक सदस्य का फार्म रिजेक्ट कर दिया गया तो क्या करेंगे आप. कितने ऐसे दूसरे प्रदेश के लोग यहां है जो नौकरी के नाम से यहां रहते हैं और यहां के लोग दूसरे प्रदेश में गए हैं. इससे नई बहस की शुरुआत होगी, इससे फायदा कुछ नहीं है नुकसान है.

मैं पूछना चाहता हूं कि यदि आप में से किसी एक का फार्म रिजेक्ट हो गया तो क्या करेंगे. यदि किसी को उसके माता-पिता का जन्म स्थान और उनकी जन्म तिथि का पता नहीं तो वो कहा भटकेगा. नानी और उसकी मां का मायके कहा है, ये कौन बताएगा.

इससे देश का भला नहीं होगा. देश को बांटने का काम किया जा रहा है. देश की मूलभूत समस्या को ध्यान ना देकर लोगों को भटकाने का काम किया जा रहा है.

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के समर्थन में गुरुवार को सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे. नागरिकता संशोधन कानून समर्थन समिति की ओर से बूढ़ातालाब धरना स्थल पर महासभा का आयोजन किया गया.