हेमंत शर्मा, रायपुर। राजधानी में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आगाज हो चुका है. कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ किया. इसी के साथ ही महोत्सव का आगाज पूरे जोर-शोर के साथ हो चुका है.इस अवसर पर मंच पर सीएम भूपेश बघेल, मीरा कुमार,बीके हरिप्रसाद,पीएल पुनिया,कांतिलाल भूरिया सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य मौजूद रहे. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने माड़िया नृत्य के दौरान पहनाए जाने वाले माड़िया गौर सिंह पहनाकर राहुल गांधी का स्वागत किया है. राज्यगीत अरपा पैरी के धार से कार्यक्रम की शुरुआत हुई.
छग के मंत्रिमंडल के सदस्यों और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में शामिल होने आए कलाकारों ने भी कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का स्वागत किया. छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने जड़ी बूटी की माला पहनाकर राहुल गांधी का जोरदार स्वागगत किया है. इस अवसर पर राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ सरकार के 2020 के कलेंडर का भी विमोचन किया.
इसी के साथ ही आदिवासी कला के रंग और नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियों का आगाज हो चुका है. इस महोत्सव में 6 देशों सहित 25 राज्यों के आदिवासी कलाकार एक मंच पर अपनी संस्कृति को जीवंत करने अहम भूमिका निभा रहे हैं. साइंस कॉलेज का पंडाल लोगों की भीड से ठसाठस भरा हुआ है. हजारों की संख्या में लोग कार्यक्रम को देखने यहा पहुंचे हैं.
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में पहली बार राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. यह महोत्सव अब अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का रूप ले लिया है. तीन दिवसीय इस नृत्य महोत्सव में देश के 25 राज्य एवं केन्द्रशासित प्रदेशों के साथ ही 6 देशों के लगभग 1350 से अधिक प्रतिभागी अपनी जनजातीय कला संस्कृति का प्रदर्शन कर रहे हैं. इस महोत्सव में 39 जनजातीय प्रतिभागी दल 4 विभिन्न विधाओं में 43 से अधिक नृत्य शैलियों का प्रदर्शन करेंगे.
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का हर राज्य के मुख्यमंत्री और मंत्रियों को न्योता दिया गया है. प्रदेश में ये अपनी तरह का पहला आयोजन है, इस महोत्सव से आमजनों को भी आदिवासी कला व परंपरा को समझने का मौका मिलेगा.