हेमंत शर्मा, रायपुर। गांधीजी के अहिंसा और सत्याग्रह के माध्यम से देश की आजादी की लड़ाई लड़ी गई. वैचारिक लड़ाई उस समय भी थी और आज भी है. उन ताकतों से जो फांसीवादी ताकत हैं, जो असत्य कथन करके देश में आग लगाने का काम कर रहे हैं. जो गरीबों को हक छीनना चाहते हैं. भाई को भाई से लड़ाने की कोशिश हो रही है. सबसे मुकाबला करने का अवसर है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के स्थापना दिवस पर राजीव भवन में आयोजित कार्यक्रम में कही.
कांग्रेस स्थापना दिवस पर राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तिरंगा फहराया. इस अवसर पर प्रभारी सचिव चंदन यादव, मंत्री कवासी लखमा, प्रेमसाय सिंह टेकाम सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे. सीएम भूपेश बघेल ने स्थापना दिवस की सभी कांग्रेसजनों को बधाई देते हुए कहा कि यह अवसर है कि उन महापुरुषों को याद करने का जिन्होंने इसकी स्थापना की और उसके झंडे तले लोगों की हित में काम किया. देश की आजादी की लड़ाई लड़ी गई.
उन्होने कहा कि चाहे बाल गंगाधर तिलक हो रहे हो, गोपाल कृष्ण गोखले, लाला लाजपत राय, सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू या कलाम साहब, सरदार पटेल हो. सभी महान विभूतियों को नमन करता हूं, स्मरण करता हूं. उन्होंने भारत में अनेकता में एकता की शक्ति को पहचाना. हमारे विभूतियों के विचारों को लेकर लड़ाई को लड़ सकते हैं. अपनी प्राणों की आहुति देकर जेल में खपा कर देश के आजादी की लड़ाई गई. तब से लेकर अब तक के सभी भारतीय नागरिक हैं.
भूपेश बघेल ने कहा कि अभी मौजूदा सरकार यह हालात पैदा कर रही है कि सबको यह प्रमाणित करना पड़ेगा है कि वह भारत के नागरिक है. 4 साल का बच्चा हो या 90 साल का बुजुर्ग सबको अपने माता-पिता के प्रमाण पत्र लाने पड़ेंगे. जो नहीं ला पाएगा उसके लिए क्या करेंगे. उसके लिए डिटेंशन सेंटर खोलेंगे. भारत के संविधान में अधिकार मिले हैं उनसे वंचित रखा जा रहा है. आज उदाहरण के तौर पर देखा है फखरूद्दीन अली साहब जो राष्ट्रपति रहे हैं, उनके परिवार के सदस्य भारत के नागरिक नहीं है. भाजपा के असम के विधायक का नाम सूची में नाम नहीं है.
उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे कार्य कर रही है जिससे हमारी नागरिकता प्रभावित हो रही है. लोगों को परेशान करने का फैसला लिया है. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री लगातार झूठ पर झूठ बोल रहे हैं, जो देश के लिए बेहद घातक है. आज आसाम, पश्चिम बंगाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश में आग लगी हुई है, वहां की सरकारें सिर्फ वोट के लिए सब को लड़ाने की कोशिश कर रही है. मैं उसकी निंदा करता हूं. किसी गरीब जिसके पास जमीन नहीं है, वह कैसे करेगा. एनपीआर में भी माता-पिता की जानकारी मांग रहे हैं ऐसे में कितने माता-पिता पढ़े लिखे हैं. बीजेपी का असली चेहरा लोगो के सामने आ गया है, इस कारण भारतीय जनता पार्टी सिमट रही है.