लुसाने (स्विटजरलैंड)। हंपी कोनेरू ने महिला विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर भारत को गौरान्वित किया. कोनेरू ने फाइनल प्लेऑफ मैच में चीन की ली यिंगजी को हराया.
जीत के बाद हंपी ने बताया कि तीन दिन पहले जब मैंने अपना पहला गेम शुरू किया था, तब मैंने कल्पना नहीं की थी कि मैं शीर्ष पर रहूंगी. मेरी उम्मीद शीर्ष तीन में पहुंचने की थी, टाई-ब्रेक गेम्स में भी खेलने की उम्मीद नहीं की थी. पहला गेम मैं समय के लिहाज से हार गई थी, लेकिन दूसरे गेम में मैने वापसी की. यह एक जुए की तरह था. अंतिम गेम में मैं बेहतर स्थिति में थी, और मैने आसानी से जीत हासिल कर ली.
अंतिम प्लेऑफ में तीन खिलाड़ियों टिंगी, कोनेरू और एकातेरिना एक साथ शीर्ष पर थे. स्कोर डाटा से तय हुआ कि टाईब्रेक कोनेरू और लेई के बीच होगा. कोनेरू पहला गेम हार गई, लेकिन लेई की गलती की वजह से दूसरे गेम में वापस आ गई. आखिर में बाजी सडन डेथ में पहुंचा, जहां कोनेरू ने बाजी मार ली.
पुरुषों की विश्व रैपिड शतरंज चैंपियनशिप में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने जीत हासिल की. उन्होंने आठ जीत, सात ड्रॉ और बिना किसी हार के खिताब जीता. जीत के बाद कार्लसन ने कहा कि पहले दो दिन मेरे लिए सबसे कठिन थे. लय को हासिल करने में मुझे समय लगा. आरोनियन के खिलाफ खेल में मुझे कठिनाई हुई, लेकिन मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं.