रायपुर। रायपुर नगर निगम चुनाव रद्द करने के लिए भाजपा ने निर्वाचन आयोग के दफ्तर का घेराव कर दिया है. पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और राजेश मूणत के नेतृत्व में भाजपाई धरने पर बैठ गए हैं. भाजपा ने चुनाव में हार्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है.

बृजमोहन अग्रवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमने चुनाव आयोग से शिकायत की है कि रायपुर नगर निगम में महापौर और सभापति का जो चुनाव हो रहा है, वह पूरी तरह अवैधानिक है. चुनाव कराने के लिए नगरपालिका निगम 1956 की धारा है. इस धारा के अंतर्गत कलेक्टर को निर्वाचन का अधिकार है. लेकिन रायपुर नगर निगम में महापौर-सभापति चुनाव की जो सूचना जारी की गई है वह निगम कमिश्नर के जरिये की गई.

उन्होंने कहा कि इस आधार पर यदि चुनाव कराया जाएगा तो यह अवैधानिक होगा. पूरी प्रक्रिया प्रदूषित हो गई है. ऐसी प्रदूषित प्रक्रिया को तुंरत ठीक किया जाना चाहिए. साथ मे निगम कमिश्नर ने पहले 28 दिसम्बर को सूचना जारी की इसके बाद दोबारा 4 जनवरी को सूचना जारी की. एक दिन का भी वक़्त नहीं दिया गया. दो दिन पहले निर्वाचन आयुक्त को भी हमने ज्ञापन दिया था, उस पर कार्रवाई नहीं की तो आज फिर से हमने ज्ञापन दिया है.

बृजमोहन ने कहा कि हम चुनाव को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं. फिर से अधिसूचना जारी कर चुनाव कराया जाए. इसके बाद भी यदि आयोग नहीं सुना तो हम हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे. इतना निरीह निर्वाचन आयुक्त हमने आज तक नहीं देखा. जो शासन चाह रहा है, वह किया जा रहा है. हॉर्स ट्रेडिंग कर सके इसलिए चुनाव को सत्ता पार्टी प्रभावित कर रही है.]

वहीं पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने बातचीत में सरकार पर शासन प्रशासन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी का उम्मीदवार हम खड़ा करेंगे. लेकिन चुनाव के नियमों का यहां पालन नहीं किया जा रहा. राजनांदगांव और बिलासपुर में महापौर और सभापति का निर्वाचन एक साथ किया जा रहा है लेकिन रायपुर में ऐसी कौन सी परिस्थिति बन गई है कि यहां चुनाव अलग-अलग कराया जा रहा है. जब देश के चुनाव का एक नतीजा आता है लेकिन रायपुर में पहले महापौर का रिजल्ट पहले जारी करेंगे फिर सभापति का। इसका मतलब साफ है शासन प्रशासन का दुरुपयोग कर कांग्रेस चुनाव जीतना चाहती है