शेख आलम,धरमजयगढ़। पंचायत चुनाव में तरह-तरह का नजारा और तस्वीरें देखने को मिल रहा है. कई जगहों पर निर्विरोध सरंपच चुना गया है. लेकिन एक पंचायत ऐसा है, जहां ढाई-ढाई साल के लिए दो सरपंच चुने गए है. यानी दोनों प्रत्याशी पंचायत में ढाई-ढाई साल राज करेंगे. पूरा मामला रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ ब्लॉक अंतर्गत दर्रीडीह पंचायत का है.

जानकारी के मुताबिक दर्रीडीह पंचायत में सरपंच पद के लिए दो उम्मीदवार पूर्व सरपंच जोगिन्दर एक्का और गुड्डू राम मांझी खड़े हुए थे. जिसके बाद गांव के ग्रामीणों के आपसी सहमति के बाद ढाई-ढाई साल के लिए कार्यकाल करार किया गया है. इसका ग्रामीणों के सामने दोनों उम्मीदवार ने एफिडेफिट भी करवाया है. इसके बाद आज दोपहर आमापली सेक्टर 7 में उपस्थित होकर उक्त करार के अनुसार गुड्डूमांझी ने चुनाव से नाम वापस ले लिया.

पूर्व सरपंच व प्रत्याशी जोगिन्दर एक्का ने बताया कि समस्त ग्रामवासियों की आपसी सहमति को हमने अपनी सहमति माना है. गाँववासी भी यही चाह रहे थे, क्योंकि उनके नज़र में हम दोनों ही सरपंच पद के लायक हैं. जनता हम दोनों को पसंद की है. अब हमें मिलकर गाँव के विकास के लिए कुछ करना है. इस अहम फैसले के लिए गांववासियों का तहेदिल से धन्यवाद किया.

नाम वापस लेने वाले गुड्डू मांझी ने बताया कि मैंने सरपंच पद के लिए नामांकन दाखिल किया था मुझे ऐसा लगा था की गाँव में विकास की रफ़्तार धीमी हो गई है. यही सोच के साथ मैंने सरपंच पद का पर्चा भरा था, लेकिन ग्रामवासियों की आपसी सहमति से मैंने नाम वापस ले लिया. अब दोनों का ढाई-ढाई साल कार्यकाल होगा.

निर्वाचन अधिकारी एलएल झरिया ने कहा कि दोनों उम्मीदवारों ने आपसी सहमति से ढाई-ढाई साल का कार्यकाल चुना है, लेकिन प्रथम कार्यकाल पूरा होने के बाद प्रदेश एवं जिले की स्थिति के अनुसार निर्वाचन आयोग की सहमति से पुनः चुनाव हो सकता है. अब जब दोनों उम्मीदवार यह सहमति ले लिए है, तो पंचवर्षीय कार्यकाल फिलहाल ढाई-ढाई साल रहेगा.

अब देखने वाली बात होगी की ग्राम पंचायत दर्रीडीह का पांच साल का कार्यकाल दो भागों में किस तरह संचालित होगा. गाँव की विकास की धारा क्या रहेगी ? यह तो आने वाला ही वक्त बताएगा.